Rewa news, बेरोजगारों के साथ धोखा, पटवारी सर्वेयर पदों पर अपने चहेतों की जिम्मेदारों ने कर दी अवैध नियुक्ति।
Rewa news, बेरोजगारों के साथ धोखा, पटवारी सर्वेयर पदों पर अपने चहेतों की जिम्मेदारों ने कर दी अवैध नियुक्ति।
पटवारी सर्वेयर पद पर अपने बेटे और चहेतों को दी गई नियम विरुद्ध नियुक्ति – एड विनोद पांडेय।
रीवा जिले के मनगवां तहसील द्वारा अभी हाल में ही की गई पटवारी सर्वेयर के पदों पर नियुक्ति को अवैध बताया जा रहा है एडवोकेट विनोद पांडेय का का कहना है कि पटवारियो ने मनमानी तरीके से तहसील में अधिकारियों से सेटिंग करके अपने चहेतो की पटवारी सर्वेयर पदों पर नियुक्त कर दिया है जो पूरी तरह से अवैध और नियम के विरुद्ध है उन्होंने ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि इन नियुक्तियों को तत्काल रद्द की जाए एवं फिर से आवेदन आमंत्रित कर योग्य लोगों की नियुक्ति इस पद पर की जाए।
क्या है पटवारी सर्वेयर पद।
मध्यप्रदेश शासन मुख्यमंत्री की मंशा है कि भू-स्वामियों के हित में त्वरित और आसान सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश भर में डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण की प्रक्रिया आरंभ की जानी है इसके लिए अ स्थाई पटवारी सर्वेयर पदों पर बेरोजगार युवाओं को भर्ती किया जा रहा है जिसमें 8वीं कक्षा उत्तीर्ण 18 से 40 वर्ष के स्थानीय युवाओं भर्ती किए जाएं और उसके द्वारा मोबाइल के माध्यम से फसलों के सर्वेक्षण का कार्य सौंपा जाएगा. इसके लिए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा भर्ती किए गए सर्वेयर को प्रति फसल, प्रति सर्वे नंबर 8 रूपए की दर से उन्हें भुगतान किया जाएगा।
बेरोजगारों के साथ धोखा।
एड विनोद पांडेय ने कहा कि पटवारियों द्वारा अपने चहेतो तो को जिस तरह से पद बांटे गए हैं उसके कारण बेरोजगारों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है इस संबंध में तत्काल कार्यवाही की जाए एवं योग्य युवक-युवतियों को जल्दी से जल्दी नियुक्त की जाए जिससे कि शासन द्वारा की जा रही पटवारी सर्वेयर पद समय पर भर्ती किए जा सकें।
पटवारी ने अपने बेटे को बना दिया सर्वेयर।
हाल ही में मनगवां तहसील कार्यालय द्वारा जारी नियुक्ति में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई है जिसका एक उदाहरण आपके सामने है कि पटवारी हल्का सेमरी कला तहसील मनगवां जिला रीवा के पटवारी कौशल को द्वारा डिजिटल क्रॉफ्ट सर्वेक्षण सर्वेयर पद पर अपने बेटे गौरव की नियुक्ति कर ली गई है जो पूरी तरह से ग़लत और अवैध नियुक्ति है पद का लाभ अनैतिक रूप से लेने वाले पटवारी के ऊपर कार्यवाही की जानी चाहिए।