MP NEWS : पेट्रोल पंप की जांच आखिर होगी कैसे ….?फूड इंस्पेक्टर को जांच का अधिकारी नहीं
पेट्रोल पंप की जांच आखिर होगी कैसे ….?
एक भी सहायक खाद्य अधिकारी नहीं
फूड इंस्पेक्टर को जांच का अधिकारी नहीं
इंदौर: इंदौर शहर में एक भी सहायक खाद्य अधिकारी नहीं है. ऐसे में जिले के पेट्रोल डीजल और बायो डीजल पंप की जांच कौन करेगा? क्योंकि शासन के नियम अनुसार फूड इंस्पेक्टर को जांच का अधिकार नहीं है.कलेक्टर कार्यालय के अधीन खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग में अधिकारियों की कमी हो गई है. खाद्य विभाग इंदौर में चार सहायक खाद्य अधिकारी के पद है. कल दो अधिकारियों के एक साथ सेवानिवृति के साथ एक भी अधिकारी नहीं बचा है. अभी एक फूड कंट्रोलर और 11 इंस्पेक्टर है. इंस्पेक्टर को जिले में स्थित करीब 7 सौ पेट्रोल पंप पर शासन के नियमों में जांच करने का अधिकार नहीं है. कल सहायक खाद्य अधिकारी प्रदीप जैन और सेंगर रिटायर्ड हो गए. चार पद में से एक संतोष उईके स्वास्थगत कारणों से भोपाल संचालक कार्यालय में अटैच है. तीन पद पर फिलहाल कोई भी अधिकारी नहीं है.
कार्रवाई नहीं हो पाएगी
खाद्य विभाग 2005 के एक्ट में पेट्रोल पंप पर मिलावटी पेट्रोल, डीजल और स्टॉक सहित अन्य कमियों की जांच सहायक खाद्य अधिकारी से नीचे का अधिकारी नहीं कर सकता है. इससे जांच और पेट्रोल पंप पर कार्रवाई नहीं हो पाएगी. साथ ही कार्यालय में भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था प्रभावित होगी.
इनका कहना है
इस बारे में फूड कंट्रोलर एम एल मारू ने कहा कि कलेक्टर के माध्यम से अधिकारियों की कमी का पत्र कमिश्नर को भोपाल भेज दिया है. शासन की पॉलिसी के अनुसार जल्द उचित समाधान होगा. अधिकारियों की कमी दूर हो जाएगी.