Singrauli news: एक-दूसरे की जिमेदारी बताकर स्पा सेंटरों की जांच करने की नहीं समझ रहे जरूरत, देखें अब तक क्या हुआ
एक-दूसरे की जिमेदारी बताकर स्पा सेंटरों की जांच करने की नहीं समझ रहे जरूरत
सिंगरौली. पुलिस व नगर निगम के बीच स्पा सेंटरों की जांच उलझी है। एक-दूसरे की जिमेदारी बताकर अधिकारी झंझट मोल लेने से बच रहे हैं, जबकि अंजली सुधांशु स्पा सेंटर में मैनेजर की हत्या के बाद एसपी ने कहा था कि शहर में संचालित सभी स्पा सेंटरों की जांच कराई जाएगी। इस दौरान किसी प्रकार की अनैतिक गतिविधियां मिली तो संबंधित स्पा सेंटर को सीज कर मैनेजर व मालिक के खिलाफ सती से कार्रवाई की जाएगी। मगर जांच पड़ताल करने के लिए अभी तक न तो नगर निगम और न ही पुलिस आगे आई है।
शहर में कई स्थानों पर आधा दर्जन से अधिक संचालित स्पा सेंटर
शहर में आधा दर्जन से अधिक स्पा सेंटर अवैध तरीके से संचालित हो रहे हैं। घटना के बाद भी जिमेदार सबक लेने की जरूरत नहीं समझ रहे। जबकि, स्पा सेंटरों में अनैतिक गतिविधियों चल रही हैं। इस बात का खुलासा करीब एक वर्ष पहले पुलिस की ओर से की गई छापामार कार्रवाई में हुआ था। इसके बावजूद शहर में बेरोकटोक स्पा सेंटर धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं।
खासतौर से बाहर से आकर स्पा सेंटर में काम करने वाली युवतियों के बारे में पुलिस के पास ब्योरा होना चाहिए। वे कहां से आईं हैं और क्या काम करती हैं। इतना ही नहीं सेंटर में आने वाले सभी कस्टमर का रिकॉर्ड होना चाहिए। उनके नाम और पते के अलावा क्यों आ रहे हैं और उनका मोबाइल नंबर एंट्री हो ताकि जरूरत पड़ने पर पुलिस उसका उपयोग कर सके। सेंटर के काउंटर के अलावा भीतर भी कैमरे लगे होने चाहिए, ताकि उनके कारोबार में पारदर्शिता बनी रही।
नेपाल व बंगाल की पकड़ी गई थी लड़कियां
पिछले वर्ष पुलिस ने स्पा सेंटरों पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया था। इस दौरान कई तरह की खामियां मिली थी। बंगाल व नेपाल की युवतियां अवैध तरीके से रहते हुए काम करती मिलीं। उन पर कार्रवाई की गई। वहां के सेंटर मैनेजर को भी गिरतार किया गया था, लेकिन उसके बाद स्पा सेंटरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही एक भी सेंटर को पुलिस ने सील किया है।
आठ-दस महीने में बदल देते हैं स्टाफ
बताया गया है कि ज्यादातर स्पा सेंटरो में आठ से दस महीने में स्टाफ बदल दिया जा रहा है। जानकारी पुलिस को नहीं दी जाती। जबकि इस बारे में पुलिस और जिला प्रशासन का स्पष्ट आदेश है कि सेंटर में काम करने वाले हर एक कर्मचारी की जानकारी थाने में देना है। उनका आईडी और एड्रेस भी जमा करना है लेकिन इसकी जानकारी नहीं दी जाती। पुलिस स्पा सेंटरों की जांच करने की जरूरत नहीं समझती। चर्चा है कि सेंटर पुलिस सांठगांठ से चल रहे हैं।
स्पा सेंटरों की जांच पड़ताल करने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा गया है। वहीं पुलिस को भी निर्देश दिया गया है, शहर में संचालित स्पा सेंटरों में गतिविधियों को समय-समय पर चेक करते रहें। गड़बड़ी पर कार्रवाई करें।
निवेदिता गुप्ता, एसपी