Rewa news:जनपद पंचायत रीवा अंतर्गत ग्राम पंचायत खजुहा कला का मामला तत्कालीन जनपद सीईओ की भूमिका संदिग्ध!
Rewa news:जनपद पंचायत रीवा अंतर्गत ग्राम पंचायत खजुहा कला का मामला तत्कालीन जनपद सीईओ की भूमिका संदिग्ध!
सरपंच,सचिव बिना सीसी सड़क निर्माण कराए ही सामग्री के नाम पर कर ली 10 लाख 9 हजार रू का गबन
रीवा।ग्राम पंचायतों में घटिया निर्माण कार्य होने के तो आपने कई मामले देखे और सुने होंगे, लेकिन रीवा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत खजुहा कला के तत्कालीन सरपंच सचिव का एक नया कारनामा सामने आया है।जहां जिम्मेदारो के द्वारा बिना सीसी सड़क निर्माण कार्य कराए ही सीसी सड़क निर्माण सामग्री के नाम पर लाखों रुपये निकालकर शासन को चूना लगाया गया है।दरअसल जनपद पंचायत रीवा अंतर्गत ग्राम पंचायत खजुहा कला के तत्कालीन सरपंच संतोष वंसल और रोजगार सहायक एवं प्रभारी सचिव प्रकाश पटेल के द्वारा बिना सीसी सड़क निर्माण कराए ही आपसी सांठगांठ कर 10 लाख 9 हजार रू. आहरण कर लिया गया है।बता दें कि ग्राम पंचायत खजुहा कला में सीसी सड़क का निर्माण रामनारायण चौरशिया के घर से प्राथमिक पाठशाला की ओर 10 लाख 9 हजार रू. की लागत से होना था, लेकिन जिन्हे सीसी सड़क निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई।वे ही अपने जेब भरने बिना सीसी सड़क निर्माण कराए ही सामग्री खरीदी का फर्जी बिल लगाकर सरकारी राशि का बंदरबांट किया गया है।गौरतलब यह है कि ग्राम पंचायत खजुहा कला के सरपंच संतोष बंसल और रोजगार सहायक एवम प्रभारी प्रकाश पटेल के द्वारा विगत दिनांक 26.07.2019 को अरविंद सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी को 13 हाइवा 20mm गिट्टी खरीदी के नाम पर 3,25000 हजार रुपए का बिल और दूसरा बिल दिनाँक 26.07.2019 को 16 हाइवा 40 mm गिट्टी खरीदी पर 3,20000 हजार रुपए और तीसरा बिल 26.07.2019 को 8 हाइवा बालू 2,24000 का बिल और 26.07.2019 को 400 बोरी सीमेंट 104000 रुपये का फर्जी बिल भुगतान किया गया,किंतु मौके पर कोई भी निर्माण सामग्री की खरीदी नहीं की गई।मिली जानकारी के अनुसार जिस फर्म को सामाग्री खरीदी का भुगतान किया गया है ग्राम पंचायत का पूरा कार्यभार देखते थे जिससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि ग्राम खजुहा कला पंचायत में सरपंच, सचिव के द्वारा मिलीभगत कर स्वयं को आर्थिक लाभ पहुंचाने किस कदर सरकारी राशि का बंदरबांट किया गया है।वहीं ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों के द्वारा मौके में कोई सीसी सड़कों के निर्माण नहीं कराया गया है और बिना सीसी सड़क बनाए शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया है।
मुख्यालय में आवेदन देने के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही
जब इस संबंध में ग्रामीणों से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग इस मुद्दे को लेकर कई बार जनपद से लेकर जिला पंचायत कलेक्टर कार्यालय का दरवाजा खटखटाया लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई दो से तीन बार आवेदन दिया गया लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं हुई हम लोग 100 मीटर की सड़क को लेकर काफी परेशान है लेकिन प्रशासन भी इस पर कोई मदद नहीं कर रहा है इसे पूरा अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों की सेटिंग बनी रहती है अगर सेटिंग ना बनी रहती तो आज दिनांक तक यह सड़क बन चुकी होती लेकिन कोई भी अधिकारी इस मामले को संज्ञान में नहीं लिए।