Rewa news:प्रदेश में रीवा की स्थिति सबसे खराब, निराकरण में अलीराजपुर अव्वल सीएम हेल्पलाइन हेल्पलेस!
4 लाख शिकायतों को समाधान का इंतजार
रीवा . प्रदेश में जनता को बेहतर और त्वरित सेवा देने के लिए शुरू सीएम हेल्पलाइन हेल्पलेस साबित हो रही है। समस्याओं का समय से निराकरण नहीं होने से हेल्पलाइन पर शिकायतों का अंबार लग रहा है। आज की तारीख में प्रदेश में सीएम हेल्पलाइन पर 4 लाख से अधिक शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 1.74 लाख शिकायतों का समाधान जिम्मेदार अधिकारी 50 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं कर पाए हैं। हेल्पलाइन में दर्ज 4728 शिकायतें ऐसी हैं जिनको अधिकारियों ने देखना तक उचित नहीं समझा है। नॉट अटेंडेंट ये शिकायतें एल 1 से एल 2 और एल 2 से 4 के चक्कर लगा रही हैं।
200 शिकायतों का 8 साल बाद समाधान नहीं
सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की हर सोमवार को जिला स्तर पर कलेक्टर समीक्षा करते हैं। हर शिकायत का सात दिन में समाधान के निर्देश भी दिए जाते हैं। लेकिन 200 शिकायते ऐसी हैं जिनका निराकरण अधिकारी 8 साल बाद भी नहीं कर पाए हैं। सीएम हेल्पलाइन में 21 मार्च 2016 से शिकायतें लंबित हैं।
4728शिकायतें ऐसी हैं जिनको अधिकारियों ने देखना तक उचित नहीं समझा है।
सबसे खराब स्थिति
रीवा 16415
भोपाल 16411
मुरैना 15626
भिंड 15521
इंदौर 15373
ग्वालियर 15119
जबलपुर 14401
बेहतर कार्य करने वाले जिला
अलीराजपुर 372
पाढुर्णा 868
बुरहानपुर 1647
झाबुआ 1666
बड़वानी 1764
सीएम हेल्पलाइन के हाल
कुल लंबित शिकायतें 405205
नॉट अटेंडेंट शिकायतें 4728
50 दिन से अधिक लंबित 174853
रीवा में 16 हजार शिकायतें लंबित
सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के समाधान में अलीराजपुर प्रदेश में अव्वल है। यहां हेल्पलाइन में समाधान के लिए मात्र 372 शिकायते लंबित हैं। वहीं समाधान करने में पांढुर्णा जिला 868 शिकायतें के साथ दूसरे पायदान पर है। जबकि रीवा की स्थिति सबसे खराब है। रीवा में 16 हजार से अधिक शिकायतें लंबित हैं। मामले में भोपाल नीचे से दूसरे तो मुरैना तीसरे पायदान पर है। इसके साथ ही रोजाना सीएम हेल्पलाइन में विभिन्न तरह की शिकायतें पहुंचती हैं, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण निराकरण में समय लग रहा है।