Rewa news:अब 30 हजार रुपए में किसान अपने खेत में लगा सकेंगे 5 हार्स पावर का सोलर पंप!
Rewa news:अब 30 हजार रुपए में किसान अपने खेत में लगा सकेंगे 5 हार्स पावर का सोलर पंप!
रीवा . प्रदेश के किसान अब अपने खेतों में बिजली से चलने वाले 5 हार्स पावर के पंप से आधी कीमत पर इतनी ही क्षमता का सोलर पंप स्थापित कर सकेंगे। किसानों को लगभग 30 हजार रुपए जमा करने पड़ेंगे। शेष राशि सरकार भरेगी। मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम ने कुसुम बी योजना के नाम से इस योजना की शुरुआत की है। योजना का लाभ सिर्फ उन विकासखंडों के किसानों को नहीं मिलेगा, जहां का भू-जल स्तर क्रिटिकल अथवा रेड जोन में शामिल है।
मौजूदा दौर में किसान अगर अपने खेत के बोरवेल में विद्युत चलित 5 हार्स पावर का पंप लगाता है तो उसकी लागत लगभग 70 हजार रुपए पड़ती है। साथ ही उसे बिजली की उपलब्धता पर निर्भर रहना पड़ता है। गांवों में ज्यादातर बिजली खेती के लिए रात को मिलती है। लिहाजा उसे रात को सिंचाई कार्य करना पड़ता है। ऊर्जा विकास निगम ने इन तथ्यों को ध्यान रखते हुए कृषक मित्र योजना में सोलर कृषि पंप को शामिल करने का निर्णय लिया। इसका प्रोजेक्ट तैयार कर कैबिनेट बैठक में रखा। वहां से इसे स्वीकृति मिल गई है।
किसान को देना होगा सिर्फ 10 फीसदी
कुसुम बी योजना के तहत सोलर पंप स्थापित करने के लिए किसान को पंप की लागत का 10 फीसदी हिस्सा देना होगा। शेष 30 फीसदी राशि राज्य सरकार देगी। सामान्य भाषा में समझें तो पंप लागत की 10 फीसदी राशि किसान को मार्जिन मनी के रूप में जमा करनी होगी। शेष राशि के लिए कृषक द्वारा ऋण लिया जाएगा। इस ऋण का भुगतान किसान को नहीं करना है, बल्कि ऋण के भुगतान का संपूर्ण दायित्व राज्य शासन का होगा। 5 हार्स पावर के पंप के लिए किसान को लगभग 30 हजार रुपए और 3 हार्स पावर के पंप के लिए लगभग 10 हजार रुपए किसान को लगाने होंगे।
ऐसे ले सकते हैं पंप
इस योजना का फायदा लेने के लिए किसानों को मध्य प्रदेश ऊर्जा निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। जो किसान इस योजना का फायदा लेना चाहता है उन्हें अपने आधार कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक और जमीन के कागजात के साथ आवेदन करना होगा। सोलर पंप से किसान को सही वोल्टेज की बिजली मिलेगी।
कुसुम बी योजना में न्यूनतम ऋण और अधिकतम ऋण की कोई सीमा नहीं है। किसान आधिकारिक वेब साइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
अमनवीर सिंह, एमडी ऊर्जा विकास निगम