MP, पराजय के बाद BJP की तर्ज पर चल पड़ी Congress लोकसभा चुनाव से पहले MP Congress में हुई surgery
MP, पराजय के बाद BJP की तर्ज पर चल पड़ी Congress लोकसभा चुनाव से पहले MP Congress में हुई surgery
मध्यप्रदेश की राजनीति में पटवारी, सिंघार और कटारे के जरिए OBC-ST-GEN को साधने का कांग्रेस ने किया प्रयास।
विराट वसुंधरा भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में कांग्रेस पार्टी लगातार पिछड़ रही है सीनियर नेता कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने कोई बड़ा कमाल नहीं किया और उसके लंबे कार्यकाल में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भाजपा से आगे तो निकली लेकिन 15 महीने में सरकार गिर गई अब 2023 के विधानसभा चुनाव भी कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा गया लेकिन यहां भी शिवराज सिंह चौहान के जादू के आगे कमलनाथ की एक न चली और कांग्रेस पार्टी बुरी तरह से पराजित हुई विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन में परिवर्तन की बात कही जाती रही थी और कांग्रेस हाईकमान ने ऐसा ही किया अब नए लोगों को कांग्रेस पार्टी ने जिम्मेवारी सौंपकर भाजपा की राह पर चल पड़े हैं जहां कमलनाथ को पद से हटाकर युवा चेहरे जीतू पटवारी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपी गई हैं युवा चेहरों को आगे करके पार्टी ने संकेत दे दिए हैं कि परिवर्तन की तरफ बढ़ रही है।
इस्तीफे की अफवाह के बाद होती रही चर्चा।
बीते सप्ताह विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस पार्टी से स्तीफा देने की अफवाह फैली थी कि कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने इसका खंडन किया था लेकिन सोशल मीडिया मे जिस तरह से कमेंट किए जा रहे थे उससे यह लग रहा था कि अब मध्य प्रदेश में किसी भी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता को कमलनाथ की आवश्यकता नहीं है मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद दिल्ली में समीक्षा बैठक रखी गई थी। इसमें कमलनाथ के शामिल होने के बाद से ही उनके इस्तीफे को लेकर खबरों का बाजार गर्म हो गया था। इतना ही नहीं खबरें यहां तक सामने आ गई थीं कि कमलनाथ से पार्टी हाईकमान ने इस्तीफा मांग लिया है और उन्होंने इस्तीफा दे भी दिया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही नाथ के इस्तीफे की खबर का उनके मीडिया समन्वयक ने खंडन भी किया था।
कांग्रेस ने किया संगठन में उलटफेर।
कांग्रेस पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने बीते शनिवार को मध्यप्रदेश संगठन में बड़ा उलटफेर करते हुए पिछड़ा वर्ग, आदिवासी जनजाति और सामान्य वर्ग को साधने का प्रयास किया है। पार्टी हाईकमान ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से कमलनाथ की छुट्टी करते हुए उनके स्थान पर पूर्व मंत्री और ओबीसी वर्ग से आने वाले जीतू पटवारी को पार्टी की कमान दी है। वहीं, आदिवासी चेहरे उमंग सिंघार को 16वीं विधान सभा के लिए नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है। इसके साथ ही दूसरी बार के विधायक हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया अटेर से विधायक कटारे ब्राह्मण जाति से हैं और सामान्य वर्ग से आते हैं। ये तीनों ही राहुल गांधी की पसंद माने जाते हैं। पार्टी के इस बड़े बदलाव के पीछे भी राहुल गांधी की सोच बताई जा रही है।
पराजय के बाद BJP की तर्ज पर चल पड़ी Congress
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ यह दावा करते रहे कि वे दिल्ली नहीं जाएंगे और न ही वे रिटायरमेंट लेंगे। उनका कहना था कि वे लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटेंगे। लेकिन पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर अब ये साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी वो गलतियां दोहराने के मूड में नहीं है, जो विधानसभा चुनाव में हुई हैं। और कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की तर्ज़ पर बड़े बदलाव किए हैं जैसे शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री न बनाकर मोहन यादव को सामने लाया गया है इसके साथ ही युवा चेहरे मध्यप्रदेश की राजनीति में पटवारी, सिंघार और कटारे के जरिए OBC-ST-GEN को साधने का प्रयास कांग्रेस पार्टी ने किया है। भाजपा ने युवा चेहरे और मालवा से मुख्यमंत्री बनाया तो कांग्रेस ने भी मालवा से ही युवा नेता जीतू पटवारी को कमान सौंपी है वहीं उमंग सिंघार और हेमंत कटारे के जरिए आदिवासियों और सामान्य वर्ग को भी साधा है।