Rewa MP: निजी अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की मौत के बाद लोगों ने किया हंगामा और तोड़फोड़।

Rewa MP: निजी अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की मौत के बाद हंगामा की गई तोड़फोड़।
सेंगर हॉस्पिटल में हुआ हंगामा हुई पत्थरबाजी और डॉ से की गई हाथापाई पुलिस ने सम्हाला मोर्चा।
देखिए वीडियो 👇
रीवा शहर के इंदिरा नगर स्थित सेंगर हास्पिटल में आज दोपहर बाद एक महिला की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद काफी हंगामा हुआ अस्पताल में पत्थरबाजी हुई और डॉक्टर के साथ भी झड़प हुई है घटना की जानकारी लगते ही मौके पर समान थाना पुलिस विश्वविद्यालय थाना पुलिस और सिविल लाइन पुलिस पहुंच कर बिगड़ रही स्थिति पर काबू पाया दोपहर बाद से लेकर देर शाम तक परिजन अस्पताल के सामने धरने पर बैठे रहे इस दौरान काफी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा और मृतिका के परिजनों सहित सैकड़ो लोगों को थाना प्रभारी विश्वविद्यालय जितेन्द्र नाथ शर्मा सामान थाना प्रभारी कपीश विकास और सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू द्वारा पीड़ित परिजनों को समझाइश देकर किसी तरह मामला शांत कराया पुलिस के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि दुर्घटना करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा मृतिका को शासन से दी जाने वाली राहत राशि दिलाईं जाएगी और बीमा कंपनी से भी आर्थिक सहयोग दिलाया जाएगा इसके साथ ही पुलिस की मध्यस्थता के बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा इलाज के लिए जमा कराई गई फीस भी वापस कर दी गई है देर शाम महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवाया गया है रविवार की सुबह पोस्टमार्टम किया जाएगा।
अस्पताल में हुई तोड़फोड़।
मामला रीवा जिले के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ मनमोहन सिंह की अस्पताल सेंगर हॉस्पिटल से जुड़ा है जहां सरोज वर्मा पत्नी अनिल वर्मा निवासी रुपला उम्र 30 वर्ष को पैर फैक्चर होने पर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था महिला का चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई, परिजनों ने चिकित्सकों की लापरवाही का हवाला देते हुए हंगामा शुरू कर दिया देखते ही देखते सैकड़ो की संख्या में लोग एकत्रित हो गए और अस्पताल में पत्थर बाजी करने लगे यहां तक की डॉक्टर जब समझाने के लिए आए तब उनके साथ भी झूमझकी और मारपीट जैसी घटना हुई।
पीड़ित परिजनों का आरोप।
मृतका के मामा जवाहर कोरी द्वारा बताया गया कि मृतिका का पति ड्राइवर है जो बाहर चला गया था महिला मेला करने गई बैजनाथ गांव गई थी मेला से लौटते समय किसी बाइक सवार में टक्कर मार दी जिस महिला का पैर फैक्चर हो गया घायल अवस्था में महिला को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन वहां उपचार न मिलने के कारण परिजन निजी अस्पताल सेंगर हॉस्पिटल में भर्ती कराए थे महिला का ऑपरेशन हुआ इसके बाद उसकी सांस फूलने लगी अस्पताल प्रबंधन द्वारा बाहर से भी चिकित्सक बुलाए गए लेकिन महिला ने दम तोड़ दिया।
बड़ा सवाल।
एक बार फिर रीवा जिले के संजय गांधी अस्पताल की हकीकत सामने आई है जहां मरीजों का इलाज ठीक से नहीं किया जाता जिसके चलते मरीजों को निजी अस्पताल की तरफ जाने को मजबूर होना पड़ता है मरीजों की जान बचाने के लिए परिजन लाखों रुपए निजी अस्पताल में खर्च कर देते हैं तब भी मरीजों की जान बचाना मुश्किल होता है एक तरफ जहां सरकार दावा करती है कि शासकीय अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है तो वही ऐसी घटनाओं से रीवा संजय गांधी अस्पताल की व्यवस्था की पोल खुलती है
हालांकि पीड़ित परिजनों ने महिला की मौत के लिए अस्पताल के चिकित्सकों को जिम्मेवार बताया है।