MP News: अयोध्या धाम की तरह मध्य प्रदेश के इस धार्मिक नगरी को विस्तार देने जा रही MP सरकार।
MP News: अयोध्या धाम की तरह मध्य प्रदेश के इस धार्मिक नगरी को विस्तार देने जा रही MP सरकार।
अयोध्या श्री राम मंदिर के बाद अब मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे चित्रकूट धाम को विस्तार देने की मध्य प्रदेश सरकार योजना बना चुकी है चित्रकूट धाम प्रभु श्री राम की तपस्थली है यहां की धार्मिक मान्यताएं जन-जन को पता है चित्रकूट धाम में प्रतिमाह लाखों श्रद्धालु कामदगिरि की परिक्रमा करने आते हैं और कामतानाथ स्वामी के दर्शन और पूजा अर्चना करते हैं अब मध्यप्रदेश सरकार चित्रकूट के विकास के लिए 20 करोड रुपए की धनराशि विकास कार्य में लगाने जा रही है इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने विकास के लिए मंजूरी भी दे दी है चित्रकूट धाम के साथ ही उज्जैन और जबलपुर के धार्मिक स्थलों का भी विकास किया जाएगा।
माना जा रहा है कि अयोध्या की तर्ज पर चित्रकूट का विकास किया जाएगा चुनाव आचार संहिता लगने से पहले मध्य प्रदेश की कैबिनेट में चित्रकूट के विकास के लिए योजना बनाई जा चुकी है जहां सरकार अधिक से अधिक बजट खर्च करेगी।
अयोध्या की तर्ज पर चित्रकूट का विकास।
अयोध्या धाम के तर्ज पर चित्रकूट धाम का भी विकास करने की तैयारी की जा चुकी है मान्यता है कि प्रभु श्री राम और माता सीता जी ने वनवास के दौरान चित्रकूट में बहुत लंबा समय बिताया और चित्रकूट एक ऐसी जगह है। जहां पर प्रभु श्री राम के वनवास के दौरान बहुत सारी यादें जुड़ी हैं चित्रकूट धाम प्रभु श्री राम की तपस्थली के रूप में मानी जाती है जहां पूरे भारत देश की लोग चित्रकूट धाम से आस्था रखते हैं देश के लोगों की आस्था के केंद्र चित्रकूट धाम विकास के लिहाज से अभी पीछे है अयोध्या धाम के विकास के बाद आप चित्रकूट धाम विकास की उम्मीदों को सरकार पूरा करेगी।
अभी ऐसे होगा विकास।
चित्रकूट धाम के राम बन गमन मार्ग पर सभी स्थानों का विकास किया जाएगा और चित्रकूट को भी अयोध्या की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा। चित्रकूट के विकास के लिये कई जगह पर रोपवे स्थापित किए जाएंगे और मुख्य सड़कों का निर्माण किया जाएगा जिससे कि चित्रकूट धाम आने वाले लोगों के लिए रास्ते पूरी तरह से व्यवस्थित हो सकें जिससे कि चित्रकूट में समग्र विकास किया जा सके और प्रभु श्री राम और माता सीता की तपस्थली चित्रकूट धाम को आम जनता के दर्शन भ्रमण सहित सभी सुविधाओं को और अधिक व्यवस्थित किया जा सके।