MP news कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी ने छोड़ा मैदान हांथ का साथ छोड़ ली भाजपा की शरण।
MP news कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी ने छोड़ा मैदान हांथ का साथ छोड़ ली भाजपा की शरण।
इंदौर लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने वापस लिया अपना नामांकन।
मध्य प्रदेश के इंदौर लोकसभा सीट की राजनीति में मतदान से पहले बड़ा भूचाल देखने को मिला है और गुजरात की सूरत जैसा बड़ा खेला हो गया है, इंदौर में लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है, ऐसे में इंदौर में भाजपा के सामने कांग्रेस की चुनौती खत्म हो चुकी है। इस राजनीतिक पैंतरेबाज़ी को लेकर बताया गया कि कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया, इसके बाद में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक मेंदोला के साथ भाजपा कार्यालय के लिए रवाना हो गए, जानकारी के अनुसार यहां बम भाजपा की सदस्यता लेंगे।
क्या कहते हैं कांग्रेस प्रत्याशी।
नामांकन वापस लिए जाने को लेकर अक्षय कांति बम का कहना है कि नामांकन जमा करने के बाद से ही कांग्रेस की ओर से उन्हें कोई सपोर्ट नहीं कर रहा था, हालांकि राजनीतिक गलियारों में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि फॉर्म भरने के बाद से ही कांग्रेस अक्षय क्रांति पर विरोधी पार्टी दबाव बना रही थी कि अपना नामांकन वापस ले ले और भाजपा में शामिल हो जाए तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी को पता था कि इंदौर में कांग्रेस पार्टी की हालत पतली है ऐसे में चुनाव जीत पाना टेढ़ी खीर है लिहाजा उन्होंने कांग्रेस पार्टी का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थामने का मन बना लिया है और प्रत्याशी के रूप में जमा किए गए नामांकन पत्र को वापस ले लिया है।
गुजरात के सूरत जैसा बना राजनीतिक माहौल।
गौरतलब कि इससे पहले गुजरात राज्य के सूरत में भी यही घटनाक्रम हो चुका है, उस समय कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया था, इसके साथ ही अन्य दलों की उम्मीदवार और निर्दलीय प्रत्याशी अपना पर्चा वापस ले चुके थे, जिसके बाद सूरत में भाजपा ने निर्विरोध चुनाव जीत लिया था अब इसी तरह का घटनाक्रम मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ है जहां भाजपा के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के प्रभाव क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है अब देखना यह है कि आगे क्या गुजरात जैसा ही यहां भी निर्विरोध निर्वाचन संपन्न होगा या फिर मतदान होगा।