Rewa news:39 जर्जर दुकानों पर चला ननि का बुलडोजर, दुकानदार हुआ बेहोश!
खन्ना चौराहे पर वर्षों पुरानी दुकानों को किया धराशायी
सामग्री हटाने तक का समय नहीं दिया
दुकानदार रहे कृष्णकांत नामदेव ने बताया कि दुकान के भीतर रखी सामग्री हटाने तक का समय नहीं दिया गया। सुबह अचानक नगर निगम की टीम आई और भवनों को गिराने लगी। आनन-फानन में सभी ने अपने सामान निकालकर बाहर सड़क पर रखा। एक बार एनाउंस किया गया था और अधिकारी आश्वासन दे रहे थे कि बाद में कार्रवाई होगी। कृष्णकांत ने कहा कि प्रशासन हमें दूसरे स्थान दिलवाए और भूमि स्वामी को 80 हजार रुपए दिया था, उसकी वापसी का भी इंतजाम कराया जाए। जगदीश सोनी ने बताया कि एक दिन पहले तक अधिकारी कहते रहे अभी भवन नहीं टूटेगा और सुबह कार्रवाई के लिए पहुंच गए।
रीवा. शहर के खन्ना चौराहे के पास स्थित वर्षों पुरानी दुकानों को नगर निगम द्वारा गिराने की कार्रवाई की गई। 39 अनाधिकृत दुकानों को हटाया गया। ये दुकानें निजी भूमि पर बनी थीं और लंबे समय से यहां व्यापार चल रहा था। कुछ महीने पहले नगर निगम के इंजीनियरों ने इन दुकानों के भवन को जर्जर घोषित कर दिया था, जिसके बाद भूमि स्वामी को नोटिस जारी किया गया था। भूमि स्वामी ने निगम से जर्जर भवनों को गिराने की अनुमति मांगी थी और इसके लिए निर्धारित शुल्क भी निगम को जमा कर दिया था। इसके बाद नगर निगम ने पुलिस बल के सहयोग से इन भवनों को गिराने की कार्रवाई शुरू की। कार्यपालन यंत्री एचके त्रिपाठी और नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला की मौजूदगी में जेसीबी के जरिए इन दुकानों को गिराया गया। यह कार्रवाई खन्ना चौराहा से जिला पंचायत की ओर जाने वाले रास्ते तक की गई। ये दुकानें राहुल चतुर्वेदी और उपेन्द्र चतुर्वेदी की भूमि पर बनी थीं। इस दौरान नगर निगम का तकनीकी और राजस्व अमला भी मौजूद रहा।
सड़क चौड़ीकरण कराया जाएगा: जिला पंचायत से खन्ना चौराहे के बीच स्टेट बैंक की मुय शाखा भी है। इस कारण दिनभर बड़ी संया में वाहनों की आवाजाही होती है और ट्रैफिक जाम की समस्या बनती है। जर्जर दुकानों को हटाए जाने के बाद अब नगर निगम आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि सड़क चौड़ीकरण का प्रस्ताव तैयार कराएं, ताकि आवागमन की बेहतर सुविधा बनाई जा सके।
मची अफरा-तफरी
खन्ना चौराहे पर नगर निगम द्वारा दुकानों को गिराने की कार्रवाई के दौरान एक दुकानदार बेहोश हो गया। राजू नामक दुकानदार अपनी वर्षों पुरानी दुकान को बुलडोजर से टूटते देख बेहोश हो गया। उसकी हालत बिगड़ते देख मौके पर मौजूद लोगों ने उसे संभाला और पानी के छीटे मारे। कुछ देर बाद उसकी तबीयत ठीक हुई, और उसने अपनी सामग्री हटवाना शुरू किया। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बना रहा, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गई और कार्रवाई जारी रही।
खन्ना चौराहे से जिला पंचायत के बीच निजी भूमि पर दुकानें बनी थी। भवन जर्जर और भयप्रद थे, इनमें कभी भी हादसा हो सकता था। इसलिए भवन स्वामी को नोटिस दिया गया था। उनकी ओर से भवन गिराने का अनुरोध किया गया था और निर्धारित राशि जमा की गई थी, जिस पर यह कार्रवाई की गई है।
सौरभ सोनवणे, आयुक्त नगर निगम