Rewa news:आदर्श ग्राम की अवधारणा पर कार्य करेगी जन अभियान परिषद!
रीवा . आदर्श ग्राम की परिभाषा सिर्फ एक आदर्श बस्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मतलब है लोगों के जीवन में आर्थिक सुधार और सामाजिक प्रगति लाना।
जन अभियान परिषद द्वारा जिला पंचायत सभागार में आयोजित स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक अनिल दुबे ने यही विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि ग्रामीण विकास में सामुदायिक भागीदारी, योजनाओं का विकेन्द्रीकरण और पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।कार्यशाला में जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक प्रवीण पाठक ने बताया कि जिले भर में नवोन्मेषी स्वयंसेवी संस्थाओं को आदर्श ग्राम की अवधारणा, व्यक्तित्व एवं नेतृत्व विकास, सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग, और विभिन्न विकासात्मक प्रक्रियाओं की जानकारी दी जा रही है। इस दौरान डॉ. संजय सिंह, प्रशिक्षक चित्रा खन्ना, अजीत अरोड, डॉ. सुनीत तिवारी, आकाश मिश्रा एवं शिवेन्द्र पाण्डेय, फरहद जैब एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।