Rewa news:पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में जुगाड़ की व्यवस्था पर शिक्षक पढ़ाएंगे!
रीवा. प्रधानमंत्री कालेज आफ एक्सीलेंस में शिक्षकों की समस्या लगातार बनी हुई है। इसके समाधान के लिए शासन के स्तर से जुगाड़ की व्यवस्था बनाते हुए दो महीने के लिए दूसरे कालेजों को प्रोफेसर्स को रीडिप्लाय किया गया है। इन शिक्षकों के भरोसे ही अब चालू सत्र पूरा कराने की तैयारी है। नियमित शिक्षकों की पदस्थापना के लिए करीब चार महीने से अधिक समय से प्रक्रिया चल रही है। लोक सेवा आयोग द्वारा प्रदेशभर के कालेजों में पदस्थ शिक्षकों का साक्षात्कार लिया जा रहा है। पदस्थापना इनकी अभी नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से अस्थाई तौर पर दो महीने के लिए पदस्थ किया गया है। प्रधानमंत्री कालेज आफ एक्सीलेंस की अवधारणा के साथ हर जिले में एक-एक कालेज प्रारंभ किए गए हैं। रीवा में मॉडल साइंस कालेज को नए स्वरूप में प्रारंभ किया गया है। यहां पर पहले तक विज्ञान संकाय के विषयों की पढ़ाई की जाती थी लेकिन अब आर्ट और कामर्स की भी पढ़ाई शुरू की गई है। कालेज तो विस्तारित रूप से इसी वर्ष जुलाई महीने से प्रारंभ किया गया है। कालेज में छात्रों के एडमिशन भी हुए लेकिन पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी लगातार बनी हुई है। इसी व्यवस्था को देखते हुए दूसरे कालेजों से शिक्षकों को अस्थाई रूप से पदस्थ किया जा रहा है। इसके पहले भी एक बार कई शिक्षकों को पदस्थ किया गया था इसमें कई ऐसे हैं जिन्हें रीवा के बाहर दूसरे पीएम एक्सीलेंस कालेजों में पदस्थ किया गया था लेकिन राजनीतिक जुगाड़ की वजह से वह लगातार जमे हुए हैं।
माडल साइंस कालेज में अब तक विज्ञान संकाय की पढ़ाई होती रही है, इस कारण सभी विषयों के शिक्षक पहले से मौजूद रहे हैं। पीएम कालेज आफ एक्सीलेंस का दर्जा मिलने के बाद यहां पर आर्ट और कामर्स दो नए संकाय प्रारंभ किए गए हैं। जिनमें छात्रों ने एडमिशन भी लिया है। इसमें शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हुई जिसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई पर सीधे तौर पर असर पड़ रहा है। पूर्व में एक-एक शिक्षक को दूसरे कालेजों से भेजा गया था लेकिन अब तक कमी बनी हुई है। इन दोनों संकायों में कई विषय हैं। शासन की ओर से न तो नियमित पदस्थापना की गई है और न ही अतिथि विद्वानों को रखा गया है।
पीएम कालेज रीवा में जिन शिक्षकों की पदस्थापना हुई है उसमें वनस्पति शास्त्र में कन्या सतना से अनूप सिंह, अशीष पटेल पुष्पराजगढ़ से, नीरज चर्मकार नागौद, रश्मि अर्नाल्ड पीजी कालेज रीवा, संजय वर्मा विदिशा, रसायन में प्रदीप द्विवेदी अमरपाटन, सत्यप्रकाश वर्मा शहडोल, सिद्धार्थ वर्मा सीधी, सुमित सिंह अमरपाटन, वाणिज्य के अभिनव तिवारी मऊगंज से टीआरएस, अंकुल पांडेय मऊगंज से टीआरस, सुखेन्द्र चौधरी मऊगंज, अंग्रेजी की प्रीती विश्वकर्मा नौगांव से पीएम कालेज रीवा, शिवनाथ शर्मा राजगढ़ से रीवा, अर्थशास्त्र में गुलशेर अहमद सीधी से टीआरएस, नवीन राय अमरपाटन से पीएम कालेज रीवा, राजेश्वरी केशरी सतना से टीआरएस,हिन्दी में प्रियंका जायसवाल सिंगरौली से रीवा, शकुंतला प्रजापति गुना से रीवा, वाचस्पति त्रिपाठी नागौद से टीआरएस, वंदना त्रिपाठी जीडीसी से टीआरएस, विनोद विश्वकर्मा सतना से रीवा, इतिहास में अश्वनी कुमार सीधी से टीआरएस, विधि में सुदीप साकेत दतिया से टीआरएस, गणित में गीतेश्वरी अनूपपुर से रीवा, पीके सिंह पन्ना से रीवा, राजेन्द्र दुबे पीएम रीवा से टीआरएस, राजेन्द्र प्रसाद ब्यौहारी से रीवा, भौतिकी में अनीता तिवारी अनूपपुर से रीवा, जयराम दास गुढ़ से रीवा, मातेश्वरी प्रसाद अनूपपुर से रीवा, संस्कृत में ज्योत्सना द्विवेदी मऊगंज से टीआरएस, समाजशास्त्र में फरवाजा बानो छिंदवाड़ा से टीआरएस, वनस्पति शास्त्र में राजेन्द्र वर्मा जयसिंह नगर से टीआरएस, भूगोल की राजवती दीपांकर नईगढ़ी, मुकेश यादव मऊगंज से सीधी, अंग्रेजी में अभिमन्यु प्रसाद टीकमगढ़ से मऊगंज आदि की पदस्थापना की गई है।
विभाग के आदेश से बना असमंजस
एक ओर दो महीने के लिए शिक्षकों को रीडिप्लाय किया गया है। इसमें कई ऐसे कालेजों के शिक्षकों के नाम शामिल हैं जो अपने विषयों के अकेले थे। उन्हें दूसरी जगह पदस्थ किए जाने की वजह से उनके कालेज में पठन-पाठन की व्यवस्था बाधित होगी। इस पर उच्च शिक्षा आयुक्त निशांत बरबड़े ने एक और आदेश जारी कर कहा है कि जहां पर एकल पद वाले शिक्षकों को रीडिप्लाय किया गया है, वहां पर जब तक वैकल्पिक व्यवस्था शिक्षक की नहीं बनती है तब तक कार्यमुक्त नहीं किया जाए। ऐसे में जिनकी पदस्थापना की गई है वह भी नहीं आएंगे, जिससे पीएम कालेज आफ एक्सीलेंस में शिक्षकों की कमी आगे भी बनी रहेगी। रीडिप्लायमेंट का मतलब यह है कि जिस कालेज से शिक्षक भेजे जा रहे हैं उनका वेतन वहीं से जारी होगा। जिसकी वजह से उनका पद रिक्त नहीं होगा और उन कालेजों में अतिथि विद्वानों की भी नियुक्ति नहीं हो पाएगी।
शासन द्वारा रीडिप्लायमेंट के तहत शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इससे कई विषयों की पढ़ाई में सुविधा बढ़ेगी। आर्ट और कामर्स संकाय में अभी भी कुछ शिक्षकों के पद खाली हैं, इससे शासन को अवगत कराया गया है। नियमित पदस्थापना की प्रक्रिया शासन के स्तर से चल रही है।
डॉ. रवीन्द्र तिवारी, प्राचार्य पीएम एक्सीलेंस कालेज रीवा