Singrauli News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने एक पे्रस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मामा शिवराज से भी ज्यादा छलिया मोहन यादव निकले, उन्होने कहा कि हम यूं ही नहीं बात कर रहे हैं एक तरफ बात आप जल संवर्धन, स्वच्छता और जल जंगल बचाने की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सिंगरौली के जंगल जो कि आप एक तरीके से कह सकते हैं कि यह सिंगरौली का सबसे घना और सबसे पुराना जंगल है–Singrauli News
जहां पर आज भी वन्य जीवों को सामान्य रूप से आवागमन और विचरण हो रहा है उसे उद्योगपतियों को सौंप रहे हैं। सिंह ने कहा कि सिंगरौली में आप प्रदूषण के स्तर को तो अच्छी तरीके से देख रहे हैं जिस तरीके से हीट वेव सिंगरौली में अपना कहर बरपा रही ह और आए दिन तापमान 45, 46 डिग्री को पार कर रहा हैऔर प्रदूषण की मार ऐसी है कि लोगों का जीना मुहाल हो गया है। फिर भी इन सारे पहलुओं को ताक पर रख के सिंगरौली के इस घने जंगल को अदानी के हाथों बेच दिया जाता है लेकिन हमारी सरकार ने इन्हीं सारी स्थितियों को देखते हुए सन 2009 में तत्कालीन पर्यावरण मंत्री जय राम रमेश ने यहां के लगभग कई माइंसों को निरस्त कर दिया था जिससे कि यहां पर पर्यावरण प्रदूषण तथा जैविक पारिस्थितिक तंत्र को मजबूत किया जा सके ।
किंतु आपको तो मालूम है, भाजपा एक पूंजीपतियों की सरकार है। जिनको सिर्फ कारोबार से लेना देना है। लोगों के जीवन पर क्या असर पड़ रहा है और कितनी कठिनाइयों का सामना लोगों को करनी पड़ रही है। इससे उसका कोई लेना देना नहीं है। सिंह ने कहा कि अगर आपको जल संवर्धन ही करना है तो आप सिंगरौली के जंगलों को बचा दीजिए । प्रकृति खुद न खुद जल संवर्धन कर लेगी। लेकिन अगर पेड़ और जंगल ही नहीं रहेंगे तो ,जल संवर्धन करके ही आप क्या करेंग जब हमारे पास ऑक्सीजन ही नहीं रहेगा। सिंह ने कहा कि सीएम मोहन यादव से निवेदन है कि सिंगरौली जिले वासियों पर एक उपकार करिए जो सिंगरौली में बचा धना जंगल है, उसको किसी तरीके से बचा दीजिए। इसी में हम सभी सिंगरौली वासियों की भलाई है।
Singrauli: जल गंगा अभियान प्रकृति के साथ लोगों का जुड़ाव अभियान है: राज्य मंत्री