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सात राज्यों में डिजिटल अपराधों को अंजाम देने वाला चढ़ा क्राईम ब्रांच के हत्थे

आरोपी के खाते में एक ही दिन में एक करोड़ 93 लाख का हुआ ट्रांजैक्शन

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इंदौर. क्राईम ब्रांच ने ऑनलाइन ठगी के एक बड़े मामले में पश्चिम बंगाल के कूच बेहर से शातिर ठग को गिरफ्तार कर इंदौर ले आए. आरोपी न केवल ठगी का मास्टरमाइंड था, बल्कि अपने गैंग के साथ सात राज्यों में डिजिटल अपराधों को अंजाम दे चुका था.

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट गैंग के एक शातिर आरोपी को क्राईम ब्रांच की टीम ने दो हजार किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से 38 वर्षीय अभिषेक चक्रवर्ती गिरफ्तार कर इंदौर ले आई. आरोपी इतना शातिर हैं, वह लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कम्प्यूटर क्लास संचालक बनकर सामान्य व्यक्ति के रुप में रह कर सात राज्यों में डिजिटल अरेस्ट की वारदातों को अंजाम दे चुका था. जांच पड़ताल में क्राईम ब्रांच की टीम को आरोपी के बैंक खाते में एक ही दिन में 1 करोड़ 93 लाख का ट्रांजैक्शन मिला था. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गैंग का हेड ऑफिस पुणे और कोलकाता में हैं. और वह सक्रिय डिजिटल गैंग से लगातार संपर्क में है. उसने यह भी स्वीकार किया कि ठगी की रकम से उसे बड़ा कमीशन मिलता था. आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, उससे और भी खुलासे होने की संभावना है.

 

38 वर्षीय आरोपी अभिषेक चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल के कूच बिहार का निवासी है. वह एक कम्प्यूटर क्लास संचालन कर सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन यापन करता था. जिससे लोग उस पर किसी प्रकार की शंका नहीं कर पाते थे. उसने ठगी के लिए डिजिटल अरेस्ट गैंग के साथ मिलकर साजिश रची और बैंक खातों व डिजिटल लेनदेने का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों रुपए ठगे. अभिषेक चक्रवर्ती अपने नाम और अपने पिता के नाम से विभिन्न बैंकों में खाते खोलकर करोड़ों रुपए का लेन देन किया. ठगी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए उसने गैंग के सदस्यों के साथ अलग-अलग राज्यों में यात्रा की. इंदौर क्राईम ब्रांच की स्पेशल टीम ने महिला की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पहले ही इस मामले में सूरत, गुजरात और मध्य प्रदेश के छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इन्हीं आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से अभिषेक चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया है.

 

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एक ही दिन में किया 1 करोड़ 93 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन

 

आरोपी इतना शातिर हैं कि उसने गैंग के निर्देशानुसार पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने निवास स्थान से दो हजार किलो मीटर दूर पुणे में जाकर एक ही दिन में 1 करोड़ 93 लाख रुपए का लेन-देन किया. इसके लिए गैंग के सदस्यों ने उसे फ्लाइट टिकट देकर कोलकाता से पुणे बुलाया और एक होटल में ठहराकर पूरी योजना को अंजाम दिया था.

 

महिला फरियादिया से 1.60 करोड़ की ठगी

 

क्राईम ब्रांच में इंदौर में रहने वाली 59 वर्षीय महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अज्ञात ठगों ने स्वयं को सरकारी अधिकारी सीबीआई और आईबीआई के साथ ही पुलिस अधिकारी बताकर उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी थी. आरोपियों ने महिला के बैंकिंग जानकारी हासिल कर उनके खाते और निवेशों से कुल 1 करोड़ 60 लाख रुपए निकाल लिए थे.

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