Jabalpur news:एसपी ऑफिस से आदेश- जुआरियों को गिरफ्तार नहीं करना है… पुलिस की मौजूदगी में ही वे भाग निकलें!
अजब-गजब: बवाल मचा तो किया गया आदेश में संशोधन
जबलपुर. दीपावली के दो दिन पहले मंगलवार को नवागत एसपी सम्पत उपाध्याय की अगुवाई वाले एसपी ऑफिस की रीडर शाखा से एक आदेश थाना प्रभारियों को भेजा गया। इस आदेश में लिखा था कि जुआरियों को गिरफ्तार नहीं करना है, बल्कि उन्हें पुलिस की मौजूदगी का अहसास कराना है, ताकि वे खुद भाग निकलें।
यह अजब-गजब आदेश थाना प्रभारियों के पास पहुंचा तो सभी ने अपने-अपने तरीके से मतलब निकालना शुरू कर दिया। जानकारी एसपी को लगी तो तत्काल दूसरा संशोधित आदेश निकाला गया।
दूसरा पहलू
पूर्व में ऐसे मामले सामने आए, जिसमें जुआ खेलने वालों को पुलिस ने दबोचा। कार्रवाई के दौरान कई बार जुआरी भागने की कोशिश में कभी इमारतों से गिरकर जख्मी हो गए तो नदी, तालाब या कुएं में जा गिरे थे। घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस लिहाज से भी पहले जारी किए गए आदेश को देखा जा रहा है। एसपी के अनुसार स्टाफ से ऑर्डर बनवाया गया था। ड्राफ्टिंग में स्टाफ से गलती हुई है
पहले यह लिखा
थाना प्रभारी, राजपत्रित अधिकारी की जानकारी में लाए बिना कार्रवाई न करें। पता कर लिया जाए कि आसपास कुआं, तालाब, नहर और नदी तो नहीं है। है तो कार्रवाई नहीं होगी। पहली, दूसरी, तीसरी मंजिल पर जुआ फड़ चल रहा है तो पुलिस अपनी मौजूदगी का अहसास कराए, ताकि जुआरी खुद भाग जाएं।
संशोधित आदेश
पुलिस की भद्द पिटी 30 अक्टूबर को संशोधित आदेश जारी किया गया। लिखा था कि रेड कार्रवाई राजपत्रित अधिकारी और थाना प्रभारी के संज्ञान में लाने के बाद की जाए। नदी, तालाब, कुआं व बहुमंजिला इमारतों में रेड के दौरान सावधानी बरती जाए।