Rewa news, कलेक्टर ने अधिकारियो को दिया कड़ा निर्देश श्रेणी में सुधार होने पर ही मिलेगा डी श्रेणी वाले अधिकारियों को वेतन।
अधिकारी हर सप्ताह प्रकरणों के निराकरण का प्रतिवेदन दें – कलेक्टर।
रीवा । कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की। कलेक्टर ने 13 विभागों के डी श्रेणी तथा दो विभागों के सी श्रेणी में रहने पर नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों का प्रतिदिन निराकरण करें। इनके निराकरण का प्रतिवेदन हर सप्ताह प्रस्तुत करें। जो विभाग डी श्रेणी में हैं उन सभी को अपर कलेक्टर वेतन रोकने का कारण बताओ नोटिस दें। सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों में डी श्रेणी से विभाग के बाहर निकलने के बाद ही संबंधित अधिकारियों के वेतन को मंजूरी दें। कलेक्टर ने प्रभारी जिला श्रम पदाधिकारी, जिला खनिज अधिकारी तथा तहसीलदार मनगवां को वेतन अवरूद्ध करने का नोटिस देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी 50 दिनों से अधिक समय से लंबित शिकायतों का भी प्राथमिकता से निराकरण करें।
कलेक्टर ने कहा कि श्रम विभाग, वित्त विभाग, जल संसाधन विभाग, वन विभाग, आदिमजाति कल्याण विभाग तथा आबकारी विभाग के अधिकारी प्रकरणों के निराकरण पर विशेष ध्यान दें। जिला अधिकारी सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण की स्वयं समीक्षा करें। लापरहवाही बरतने वाले अधीनस्थ अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही करें। जिला आबकारी अधिकारी सिरमौर वृत्त के निरीक्षक के विरूद्ध कार्यवाही करें। लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में 1625 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 1192 हैण्डपंपों के सुधार से संबंधित हैं। कार्यपालन यंत्री पीएचई तत्परता से कार्यवाही कर इनका निराकरण करें। जिला प्रबंधक जल निगम कंदैला समूह नलजल योजना की शिकायतों के निराकरण पर विशेष ध्यान दें। नलजल योजना से सभी गांवों में सभी बसाहटों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करें। हैण्डपंपों में अवैध कब्जे की 43 शिकायतें हैं। कार्यपालन यंत्री पीएचई इनका निराकरण कराएं। सभी एसडीएम भी तीन दिवस में हैण्डपंपों से अवैध कब्जा हटाकर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
कलेक्टर ने कहा कि अपर कलेक्टर राजस्व विभाग तथा सामान्य प्रशासन विभाग की शिकायतों का निराकरण कराएं। सीमांकन के सभी आवेदनों का समय सीमा में निराकरण सुनिश्चित करें। प्राकृतिक आपदा से राहत तथा अन्य राजस्व प्रकरणों से जुड़ी शिकायतों का निराकरण कराएं। सभी एसडीएम सप्ताह में कम से कम दो दिन क्षेत्र का भ्रमण करें। भ्रमण के बाद प्रतिवेदन अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। भ्रमण के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्र, स्कूल, अस्पताल, उचित मूल्य दुकान आदि का निरीक्षण अनिवार्य रूप से करें। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सभी ग्राम पंचायत कार्यालयों का समय पर खुलना सुनिश्चित करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सुपरवाइजरों को हर सप्ताह आंगनवाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण का लक्ष्य देकर आंगनवाड़ी केन्द्रों का नियमित संचालन सुनिश्चित कराएं।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि लोक सेवा गारंटी योजना से जुड़े विभागों के अधिकारी प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करें। विधानसभा सत्र शीघ्र ही शुरू होने वाला है। विधानसभा प्रश्नों के उत्तर तत्काल ऑनलाइन दर्ज कराएं। इसकी एक प्रति कलेक्टर कार्यालय को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं। लगातार वर्षा की स्थिति में त्योंथर क्षेत्र में तथा रीवा शहर में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो जाता है। संबंधित विभाग के अधिकारी बाढ़ राहत तथा बचाव कार्य के लिए आवश्यक उपकरण की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। इससे संबंधित कंट्रोल रूम जिला और विकासखण्ड स्तर पर तत्काल शुरू करा दें। लोकसभा क्षेत्र प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के विकास की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके लिए विभागीय बिन्दुओं की जानकारी दो दिवस में उपलब्ध कराएं। सभी अधिकारी केन्द्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित समीक्षा करें। वन मण्डलाधिकारी तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आगामी वर्षाकाल में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण के लिए कार्ययोजना तैयार करें। जिला खनिज अधिकारी छोटी-छोटी पहाड़ियों पर वृक्षारोपण के प्रस्ताव तैयार कर दो दिवस में प्रस्तुत करें।
कलेक्टर ने कहा कि आगामी फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज उपलब्ध है। सभी सहकारी समितियों में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करें। जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम मई और जून माह का शत-प्रतिशत खाद्यान्न एक सप्ताह में सभी उचित मूल्य दुकान में उपलब्ध कराएं। कलेक्टर ने अधिकारियों को ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण तथा खुले में मांस की बिक्री पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, एसडीएम गुढ़ अनुराग तिवारी, एसडीएम हुजूर वैशाली जैन, एसडीएम मनगवां पीएस त्रिपाठी, एसडीएम सेमरिया पीयूष भट्ट तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।