Rewa News : अस्पताल के बाहर तड़पती रही प्रसूता, नहीं खुला ताला, 5 हजार आबादी वाला क्षेत्र तानाशाह डॉक्टर के हवाले।
देखिए ग्राउंड रिपोर्ट 👇
रीवा : जिले में शासन /प्रशासन चाहे जितनी सुविधाएं जनता को गांव-गांव तक उपलब्ध करवा दे क्या फायदा..? जब अंतिम छोर में जनता को शासन की योजनाओं और दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ही जनता को न मिले, जी हाँ.मध्य प्रदेश में दो विभाग ऐसे हैं… शिक्षा और स्वास्थ्य, जिन पर सरकार अत्यधिक जोर देकर काम कर रही है, लेकिन सरकार के अधीनस्थ काम करने वाले अंतिम छोर के कर्मचारी किस तरह से काम करते हैं इसकी बानगी हम आज इस खबर के माध्यम से दिखा रहे हैं, हालांकि इससे पहले भी कई बार यह खबर चलाई गई है लेकिन इन खबरों का संबंधित अधिकारियों पर असर तो नहीं हुआ हां खबर चलाने वाले पत्रकारों को सरकार से मुफ्त वेतन लेने वाले तानाशाह प्रवित्ति के लुटेरे डॉक्टर द्वारा लीगल नोटिस भिजवाकर मीडिया की आवाज को दबाने डराने का काम जरूर किया गया डॉ ड्यूटी करते हैं या नहीं करते यदि शासन चाहे तो इनके द्वारा उपयोगकिए जा रहे मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करके सच क्या है पड़ताल किया जा सकता है मेरा दावा है कि महीने में चार दिन और कुल 10 घंटे से अधिक डॉ ने अपनी सेवाएं शासनको नहीं दी होगी।
यहां का है मामला
मामला रीवा जिले के स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा है जहां सिरमौर क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़री में संचालित उप-स्वास्थ्य केंद्र आयुष्मान आरोग्य मंदिर में रोजाना ताला लटका रहता है, यहां पदस्थ डॉक्टर एबी गौतम जो बैकुंठपुर में अपनी निजी अवैध क्लिनिक और मेडिकल स्टोर संचालित कर रहे है, इसके साथ ही अस्पताल के अन्य कर्मचारी भी घर बैठे सरकार से मुफ्त वेतन ले रहे हैं।
मीडिया की खबरों का नहीं होता असर।
बीते मई – जून और जुलाई माह में उप- स्वास्थ्य केंद्र पडरी के बंद रहने की कई खबरें प्रकाशित की गई, स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ और क्षेत्रीय संचालक से भी इस संबंध में कथन लिए गए थे, अधिकारियों ने मीडिया को अपना स्टेटमेंट देकर कहा था कि संबंधित डॉक्टर अगर अस्पताल नहीं जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी, लेकिन अधिकारी अपने दूसरे काम में व्यस्त हो गए और उप स्वास्थ्य केंद्र पड़री का हाल पहले जैसा ही इस बार भी देखने को मिला, जहां आज दिनांक 29/07/2024 को सुबह लगभग 11:30 बजे मीडिया की टीम पड़री अस्पताल पहुंची और बंद पड़े अस्पताल का समाचार कवरेज किया, लेकिन इस बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अस्पताल बंद होने की सूचना न देकर एसडीएम सिरमौर आर के सिन्हा के समक्ष बात रखी गई, एसडीम सिरमौर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएमओ सिरमौर को अपने कार्यालय तलब किया और संबंधित डॉक्टर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
तड़पती रही प्रसूता, नहीं खुला अस्पताल का ताला।
उप स्वास्थ्य केन्द्र पड़री का हाल यह है कि मंगलवार को एक-दो घंटे के लिए अस्पताल खोलकर खाना पूर्ति की जाती है बाकी दिनों में अस्पताल का ताला तक नहीं खुलता ग्रामीणों ने बताया कि इस अस्पताल के भरोसे यहां की जनता नहीं है बीमार होने पर निजी क्लीनिक में जाकर उपचार करवाते हैं या फिर सिरमौर अस्पताल जाते हैं इसी बीच एक ऐसी घटना भी सामने आई जिसे सुनकर शायद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की आंखों में बंधी पट्टी खुल जाए महिलाओं ने बताया कि 2 दिन पूर्व एक प्रशव पीड़िता को सुबह अस्पताल लाया गया था अस्पताल के बाहर महिला तड़प रही थी और उसके परिजन डॉक्टर को फोन लगाकर बुला रहे थे लेकिन डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुंचे प्रसव पीड़िता को दोपहर निजी वाहन द्वारा रीवा संजय गांधी अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया था ऐसी ही एक और शर्मनाक घटना एक सप्ताह पहले हुई थी जहां एक महिला सर्प दंश के कारण इसलिए काल के गाल में समा गई कि गांव में अस्पताल होते हुए भी महिला को सही उपचार नहीं मिला, रीवा अस्पताल ले जाने में काफी देर हो गई जहां संजय गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान ही महिला की मौत हो गई थी।
बैकुंठपुर में धड़ल्ले से चल रही डॉक्टर की अवैध क्लिनिक।
प्रथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र पडरी में पदस्थ डॉक्टर जो हॉस्पिटल तो नहीं आते, हां खुलेआम बैकुंठपुर प्राथमिक अस्पताल के पास में अपनी निजी मेडिकल स्टोर और अवैध क्लिनिक संचालित करके जनता को जरूर लूट रहे है, ऐसा भी नहीं है कि विभाग के अधिकारियों को उक्त डॉक्टर की करगुजारियों की जानकारी नहीं है, ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है कि इससे पहले भी कई बार मीडिया में खबरें चली, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो ने सब जानते हुए भी मामले को संज्ञान में नहीं लिया, अब इस बार सिरमौर एसडीएम ने खबर को संज्ञान में लिया है और सिरमौर बीएमओ को कार्यालय बुलाकर संबंधित डॉक्टर सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ नोटिस जारी करने का निर्देश दिये है।
इनका कहना है…
मीडिया के माध्यम से मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है, मैंने पूरी वीडियो देख लिया है, और जनता के बयान भी सुने हैं, एक प्रसव पीड़िता को पड़री अस्पताल से उपचार नहीं मिलना और सर्प दंश से महिला की बीते सप्ताह हुई मौत संज्ञान में लाई गई है, दोनों घटनाएं काफ़ी गंभीर श्रेणी में आती है, सिरमौर बीएमओ को निर्देशित किया गया है कि संबंधित डॉक्टर के विरुद्ध तत्काल नोटिस जारी कर एक्शन लें।
आर के सिन्हा
एसडीएम सिरमौर