Rewa newa, प्राकृतिक आपदा में ड्यूटी लगने पर तत्काल हों उपस्थित – कलेक्टर
सभी कार्यालय प्रात: 10 बजे से शुरू होना सुनिश्चित करें – कलेक्टर।
रीवा । कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित साप्ताहिक बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि कार्यालय प्रमुख अपने कार्यालय को प्रात: 10 बजे से शुरू होना सुनिश्चित करें। जिला, विकासखण्ड तथा ग्राम स्तर के कार्यालयों के सभी अधिकारी और कर्मचारी प्रात: 10 बजे कार्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। अपर कलेक्टर तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारी कार्यालयों का निरीक्षण करके शासन के कार्यालय संचालन के संबंध में दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएं। जिले में पिछले दो दिनों में लगातार बारिश होने से रीवा शहर तथा कुछ अन्य क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। प्राकृतिक आपदा में ड्यूटी लगने पर अधिकारी और कर्मचारी तत्काल अपनी उपस्थिति दें। सभी एसडीएम तथा तहसीलदार अपने क्षेत्र में नदी-नालों के जल स्तर पर निगरानी रखें। जिन सड़कों और छोटे पुलों में अधिक वर्षा होने पर पानी आ जाता है वहाँ सुरक्षा सैनिक तैयार करने के साथ आवागमन रोकने के लिए बैरियर लगाएं। बाढ़ तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए सभी विभाग मिलकर समन्वय से प्रयास करें। प्राकृतिक आपदा से जुड़ी सूचनाएं समय पर एक-दूसरे को उपलब्ध कराएं।
कलेक्टर ने कहा कि कार्यपालन यंत्री जल संसाधन बीहर और बिछिया नदियों के जल स्तर पर सतत नजर रखें। इनके जल ग्रहण क्षेत्रों में लगातार वर्षा होने पर नदियों के जल स्तर में संभावित वृद्धि का पूर्वानुमान लगाकर कंट्रोल रूम को अवगत कराएं। आयुक्त नगर निगम रीवा शहर में मोहल्लों से जल निकासी की व्यवस्था के साथ निचली बस्तियों में जल भराव होने पर चिन्हित 13 स्थानों में राहत शिविरों की व्यवस्था कराएं। इन शिविरों में जिम्मेदार अधिकारी तैनात कर बाढ़ पीड़ितों के आवास, भोजन, पेयजल, बिजली तथा प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करें। जिला परिवहन अधिकारी सभी बस मालिकों को पुल पर पानी होने पर बसें न निकालने के लिए सचेत करें। सभी एसडीएम प्राकृतिक आपदा से राहत राशि के प्रकरण तत्काल दर्ज कराएं।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के जुलाई माह में दर्ज तथा 50 दिनों से अधिक समय से लंबित आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण करें। कार्यपालन यंत्री पीएचई हैण्डपंप सुधार की सभी 1529 शिकायतें एक सप्ताह में निराकृत कराएं। नल-जल योजनाओं के संचालन से जुड़ी शिकायतों को जनपद पंचायत के समन्वय से निराकृत करें। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन जवा तहसील में नहर के क्षतिगस्त होने के संबंध में दो दिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत करें साथ ही दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करें। कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग जर्जर भवनों के संबंध में विभिन्न कार्यालयों द्वारा माँगी गई रिपोर्ट 24 घण्टे में प्रदान कर दें। नगरीय निकाय तथा जनपद पंचायतंक जर्जर भवनों को तत्काल गिराने की कार्यवाही करें।
कलेक्टर ने कहा कि जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास लाड़ली लक्ष्मी योजना की सभी शिकायतों का निराकरण करें। जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहायक संचालक एवं पिछड़ावर्ग, अधीक्षण यंत्री विद्युत मण्डल तथा संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय बड़ी संख्या में लंबित शिकायतों का निराकरण करें। लोक सेवा गारंटी योजना के तहत दर्ज प्रकरणों का भी समय सीमा में निराकरण करें। बैठक में कलेक्टर ने राजस्व महाअभियान, पशुओं के टीकारण, गौशालाओं के संचालन, जल प्रपातों में सुरक्षा के उपाय तथा स्कूली बच्चों के टीकाकरण के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि केवल विभागीय जाँच लंबित होने पर ही प्राविधिक पेंशन स्वीकृत करें। पेंशन प्रकरणों की अन्य आपत्तियाँ निराकृत कराकर सेवानिवृत्त कर्मचारी को समय पर पेंशन का भुगतान करें। जिला कोषालय अधिकारी अधिकारियों तथा कार्यालय सहायकों को पेंशन प्रकरणों के निराकरण के संबंध मे प्रशिक्षण दें। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्रेयश गोखले तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।