Sidhi news:अस्पताल को निजी हाथों में देना जनता के लिए घातक निर्णय – राजेन्द्र
21 अक्टूबर को सिहावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देंगें धरना
प्रत्येक जिले की आबादी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मुख्य रूप से सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर रहती है और जनता को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सरकार और स्थानिय प्रशासन की जिम्मेदारी है। सीधी जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए जिला अस्पताल को निजी हित धारकों को देने की प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है इस पर आपत्ति जताते हुए जिला न्यायालय के अधिवक्ता राजेन्द्र जायसवाल ने कहा कि जिला अस्पताल को निजी हाथों में देने से जिले की जनता के लिए एक घातक कदम होगा और जनता की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निजी संस्थाओं को प्राथमिकता देना सरकार का एक अपनी जिम्मेवारी और कर्तव्यों के पीछे हटना तथा संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ होगा।
उन्होंने आगे कहा कि शासन द्वारा गौशाला बनवाया गया है लेकिन आज दिनांक तक अधिकांश गौशालाएं खाली हैं आवारा पशु किसानों की लहलाती फैसलों को चौपट कर रहें हैं जिसके कई किसान कर्ज़ के बोझ में दबते जा रहे है, आवारा पशुओं के कारण किसानों की फैसले चौपट हो रही हैं। श्री जायसवाल ने बताया कि जिला अस्पताल सीधी को निजी हाथों में देने के इस घातक निर्णय के विरोध में 21 अक्टूबर 2024 को सिहावल सामुदायिक केंद्र में धरना प्रदर्शन किया जावेगा।
उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि जिला अस्पताल सीधी को निजी हाथों में जाने से रोकने तथा आवारा पशुओं से निजात पाने के लिए अधिक से अधिक जनसंख्या में उपस्थित होकर धरना प्रदर्शन को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें।