Rewa news, पर्यटन स्थल में हुए सामूहिक बलात्कार मामले में प्रशासनिक जवाबदेही तय हो : नारी चेतना मंच।
Rewa news, पर्यटन स्थल में हुए सामूहिक बलात्कार मामले में प्रशासनिक जवाबदेही तय हो : नारी चेतना मंच।
भैरव बाबा धार्मिक पर्यटन स्थल के पास सामूहिक बलात्कार की घटना अत्यंत आपत्तिजनक एवं जघन्य अपराधिक कृत्य : निर्मला मिश्रा
रीवा 25 अक्टूबर। नारी चेतना मंच ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि कहने को प्रदेश में लाड़ली बहनों की सरकार है और रक्षाबंधन पर्व पर सरकार की ओर से लाड़ली बहनों के लिए ₹250 भी उनके खाते में डाल दिए जाते हैं लेकिन उनकी सुरक्षा के सवाल पर सरकार का रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना निराशाजनक आपत्तिजनक और निंदनीय है। प्रदेश में बलात्कार एवं सामूहिक बलात्कार की घटनाएं थम नहीं रही हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की ससुराल रीवा जिला भी इससे अछूता नहीं है। एक तरफ कानून व्यवस्था के नाम पर रीवा का समूचा जिला और पुलिस प्रशासन पिछले 15 दिन से चोरहटा हवाई अड्डे के नए सिरे से उद्घाटन , मुख्यमंत्री और उद्योगपतियों की अगवानी में लगा हुआ था वहीं दूसरी ओर रीवा जिला के गुढ़ थाना अंतर्गत भैरव बाबा धार्मिक पर्यटन स्थल के नजदीक अपराधियों ने सोमवार 21 अक्टूबर को बेहद शर्मनाक आपत्तिजनक वारदात को अंजाम देकर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए पूरे प्रदेश की लाड़ली बहनों की सुरक्षा के सवाल को बेहद चिंताजनक बना दिया है। प्रदेश में ऐसी अपसंस्कृति फैल गई है जिसके चलते न तो कानून का खौफ है ना ही लोक लाज की चिंता।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रीवा हवाई अड्डे का वर्चुअल उद्घाटन 20 अक्टूबर को किया गया वहीं 23 अक्टूबर को रीवा में पांचवी रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव हुई जिसमें शहर के मुख्य स्थानों की सजावट पर भारी भरकम खर्च किया गया। कानून व्यवस्था के नाम पर रीवा के चप्पे-चप्प पर हथियारबंद पुलिस व्यवस्था बनाई गई। आसपास के जिलों की पुलिस भी रीवा शहर में मौजूद थी। रीवा शहर को महानगर बनाने की मची भाग दौड़ में पीड़ित महिला की आवाज समय रहते नहीं सुने जाने से चीरहरण नहीं रोका जा सका। रीवा शहर के बाहर के थानों में नाममात्र का पुलिस बल था। ऐसे मौके पर गुढ़ क्षेत्र के भैरव बाबा धार्मिक पर्यटन स्थल के पास अपराधियों ने दिनदहाड़े पति को बंधक बनाकर पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार करते हुए उसका वीडियो भी बना लिया। किसी तरह दूसरे दिन 22 अक्टूबर को पुलिस के द्वारा रिपोर्ट तो लिखी गई लेकिन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की वजह से कार्यवाही में विलंब हुआ।
नारी चेतना मंच की नेत्री निर्मला मिश्रा एवं गीता महंत ने कहा है कि बलात्कार के मामले बेहद चिंताजनक और शर्मनाक हैं , इसे रोकने में असमर्थ प्रशासन की जवाबदेही तय होनी चाहिए। एक तरफ सरकार कहती है कि प्रदेश में महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और वह कहीं भी अकेले बेख़ौफ़ आ जा सकती हैं लेकिन देखने को मिल रहा है कि पति के साथ धार्मिक पर्यटन करने वाली महिला की इज्जत बंधक बनाए गए उसके पति के सामने ही तार तार कर दी गई। नारी चेतना मंच ने कहा है कि प्रदेश सरकार महिलाओं के वोट लेने के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है लेकिन बलात्कार जैसी बेहद शर्मनाक जघन्य आपराधिक घटनाओं को रोक पाने में असमर्थ मोहन सरकार किस मुंह से कुर्सी पर बनी हुई है?