Mauganj news:शासन- प्रशासन की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ असम्भव!
मौलिक अधिकारों का हनन:बगैर अनुमति आंदोलन प्रदर्शन केस दर्ज
सत्ता पक्ष के दबाव में हनुमना कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज मामले की एसपी से जांच की मांग अन्यथा पूर्व विधायक हाईकोर्ट को तैयार*
मऊगंज। सत्ता पक्ष के विधायक के बढ़ते दबाव में प्रशासन के द्वारा खुलेआम मौलिक अधिकारों के हनन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
तो वही दूसरी ओर देखा जा रहा है कि जाति विशेष के ईमानदार अधिकारी और कर्मचारी विधायक द्वारा सत्ता के बेजा इस्तेमाल से त्रस्त हैं, जिनके लिए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना बहुत बड़ी चुनौती है।
सत्ता पक्ष के विधायक के दबाव में प्रशासन
भाजपा विधायक के साथ मिलकर भ्रस्ट कर्मचारियों का एक गिरोह जिले की प्रशासनिक व्यवस्था को तहस नहस कर दिया है। और ये बतौर विधायक के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं इनके भ्रस्टाचार की हर तरफ गूंज सुनाई दे रही है।
बाहरियों को जिताना मऊगंज को पड़ा भारी
भाजपा विधायक की कुर्मीवादी संकीर्ण सोच से ग्रस्त होना बड़ी चिंता का विषय इस तरह की ओछी राजनीति से वर्ग विशेष के लोग प्रताड़ना के शिकार हैं। जिसको लेकर मऊगंज में जबरदस्त जनआक्रोश है।
जनहित में क्षेत्रीय नेताओं का बड़ा योगदान
मऊगंज में जो कुछ विकास हुआ यहां के क्षेत्रीय नेताओं की ही देन थी विपक्ष के ही विधायक के तौर पर दिग्गज नेता पंडित रामधनी मिश्रा,जगदीश मसूरिहा फिर कई दशकों बाद सुखेन्द्र सिंह बन्ना क्षेत्रीय विधायक चुने गये और भारी जन समूह के साथ जिला और बाणसागर के पानी सरीखे मुद्दों पर लड़ाई लड़ी तो वहीं जिला निर्माण संघर्ष परिषद ने जिले के मांग की मशाल को दशकों तक जलाए रखा और सरकार इस मांग को पूरा करने के विवश हुई है।