Sidhi news:अत्याचार को लेकर आर पार का होगा आगामी संघर्ष: विवेक पांडे
जनसमस्याओं को लेकर शिवसेना की घेराव
आमआदमी की आवश्यकताओं का निराकरण न होने पर किया विरोध प्रदर्शन
सीधी।आदिवासियों की जनसमस्याओं का समुचित समाधान ना होने पर बुधवार को शिवसेना ने ग्रामीणों के साथ उग्र आंदोलन कर मांगों के निराकरण को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
बता दें कि शिवसेना इकाई द्वारा कुसमी ब्लाक से आए करीब दो सौ किलोमीटर दूर रुदा भदौरा, भैंसवाही ,मझिगवा से सैकड़ों की तादात में अति गरीब आदिवासी परिवारो की विभिन्न समस्या को लेकर सैकड़ो की तादाद में विरोध दर्ज कराने पहुंचें थें।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए इस बीच शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन प्रमुख रूप से नौ बिंदुओं को लेकर किया जा रहा जिसमें गया है रुदा भदौरा सड़क विहीन है, जिसके चलते यहां के लोगों को शासन की कोई भी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता जिसकी प्रमुख वजह संजय टाइगर रिजर्व हैं, टाइगर रिजर्व के आला अधिकारियों ने राजस्व ग्राम का रास्ता प्रभावित किया है। इसी तरह आज तक इस पंचायत में विद्युत लाइन नहीं पहुंच पाई है, देश की आजादी के बाद यह ग्रामीण वासी लगातार विद्युत सुविधा से कोसों दूर है। वहीं पेयजल की समुचित व्यवस्था न होने के चलते लोग नाले का पानी पी रहे हैं। इसके अलावा आज जहां देश जहां संचार क्रांति में अन्य देशों से अपने आप को बेहतर बता रहा हैं वहीं इस गांव में एक भी मोबाइल टावर नहीं हैं। शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा का नामों निशान नहीं है। मनरेगा, तेंदूपत्ता योजना का लाभ भी नहीं मिल रहा है। वहीं सरकार की महत्वपूर्ण योजना बैगा प्रोजेक्ट का लाभ भी इन आदिवासी परिवारों को नहीं मिल पा रहा जितनी भी योजनाएं बैग प्रोजेक्ट में आती है किसी भी प्रकार से इन गरीब परिवारों को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा जो उनके हक अधिकार का विषय है। श्री पांडे ने कहा कि 9 सूत्रीय मांगों को कलेक्टर से दूरभाष के माध्यम से बात के बाद मिले आश्वासन पश्चात ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा गया।
टाइगर रिजर्व एवं विद्युत कार्यालय का भी घेराव
शिवसेना ने रुदा भदौरा गांव की समस्याओं को लेकर स्थानीय ग्रामीणों के साथ सबसे बड़ी समस्या का कारण बने प्रमुख रूप से संजय टाइगर रिजर्व के सामने धरना प्रदर्शन उपरान्त ज्ञापन सहायक संचालक संजय टाइगर रिजर्व सीधी को एवं व विद्युत विभाग कार्यालय का घेराव करने के बाद अधीक्षण यंत्री को सौंपा गया। सभी विभाग के अधिकारियों द्वारा जल्द समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया गया। बता दें कि इन समस्याओं का निराकरण अगर निर्धारित समय सीमा के भीतर नहीं होता है तो ग्रामीण अगली बार विशाल रूप में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, इस बात का उल्लेख अपने ज्ञापन पत्र में भी किया है।
सैंकड़ों की तादात में पहुंचे ग्रामीण
प्रशासनिक अनदेखी के चलते मूलभूत सुविधाओं से वंचित रुदा भदौरा ग्राम से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण करीब डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से पीड़ित ग्रामीण शिवकुमार सिंह बालेंद्र, धनेश्वर सिंह, राम शिरोमणि साकेत, रामचंद्र सिंह, बाबा सिंह, महाराज सिंह, लग्न धारी अगरिया, प्रेमलाल अगरिया, राम लखन, रामलाल, पृथ्विभान, राहुल सिंह, पुष्पराज सिंह, लाल बहादुर सिंह, जैन नंदन सिंह, गोपाल सिंह, इंद्रजीत सिंह, तिलकधारी, तेज बहादुर सिंह, प्रताप सिंह, फूलचंद सिंह, जयकरण सिंह, अनीश साकेत, आशा सिंह, राम रसीले सिंह, जगभरन सिंह, कैलाश सिंह, राहुल सिंह, कृष्णावती सिंह, रामकली सिंह, सुशील सिंह, सुभद्रा कुमारी सिंह, सुखमंती सिंह, रुक्मण सिंह, गीता बाई, रजवंती बैगा, गुजरतिया बैगा, पार्वती बाई, लीलावती बैगा सहित भारी संख्या में महिला एवं बच्चे मौजूद रहें।