Rewa news:हांफ रही डायल 100, क्षमता से दोगुना दौड़ चुकीं गाड़ियां!
डायल 100 गाड़ियाें की 2 लाख किमी क्षमता, 4 लाख तक लगा चुकीं दौड़, 9 साल में निकला दम
पहुंचाती हैं राहत
डायल 100 गाड़ियां आपात में फंसे लोगों के लिए वरदान होती हैं। हादसा होने पर घायल को अस्पताल पहुंचाती हैं। वहीं किसी के साथ घटना हो रही है तो पहुंचकर उसकी सुरक्षा करती हैं। कई घटनाओं में वाहन ने पीड़ितों की जान तक बचाई लेकिन आज सेवा दुर्दशा पर आंसू बहा रही है।
रीवा. मुसीबत के समय मदद पहुंचाने वाली डायल 100 के गाड़ियों की हालत इतनी खराब है कि उन्हें सड़कों पर चलाना खतरे से खाली नहीं है। पुलिस विभाग ने इनका इस्तेमाल क्षमता से दो गुना कर लिया है। अक्सर ये रास्ते में ही बंद हो जाती हैं।
रीवा सहित प्रदेश में 2015 में डायल 100 का संचालन शुरू किया गया था। रीवा व मऊगंज जिले को मिलाकर 27 डायल 100 गाड़ियां पुलिस के पास हैं और सभी कंडम हैं। 2020 में टेंडर को अपडेट करवाकर नए वाहन आवंटित किए जाने थे लेकिन चार साल अधिक का समय गुजर चुका है। पिछले 9 साल से चल रही डायल गाडिय़ों का दम निकल चुका है। जुगाड़ से पुलिस विभाग इन वाहनों को चला रहा है। पुलिस विभाग में प्रत्येक फोरव्हीलर वाहनों को 2 लाख किमी तक चलाया जाता है। इसके बाद इनको कंडम घोषित करके हटा दिया जाता है। वर्तमान में थानों की डायल 100 गाड़ियां 3.50 लाख से 4 लाख किमी तक चल चुकी हैं।
कंडम होने के बाद हटा दी गई दो थानों की गाडिय़ां
मनगवां व रायपुर कर्र्चुलियान थाने की डायल 100 गाडिय़ां पूरी तरह से कंडम हो चुकी हैं और उनको रोड से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर पुलिस ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में दोनों थानों को दूसरे वाहन दिए हैं।
कोई धक्का पलेट तो किसी का खुल जाता है दरवाजा
बैकुंठपुर व सोहागी थाने की डायल 100 गाड़ी खराब है और थाने में खड़ी है। सोहागी की पिछले दस दिन से लावारिस थाने में पड़ी है। वहीं किसी गाड़ी को धक्का देकर स्टार्ट करना पड़ता है तो किसी के दरवाजे को पुलिसकर्मी पकड़कर बैठते हैं। चलती गाड़ी में अचानक उसका दरवाजा खुल जाता है। कई बार स्पॉट पर जाते समय अचानक गाड़ी रास्ते में बंद पड़ जाती है।
डायल 100 सेवा प्रदेश स्तर पर संचालित होती है और इसकी प्रक्रिया भोपाल में चल रही है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद दूसरे जिलों के साथ रीवा को भी नए वाहन मिल जाएंगे।
विवेक सिंह, एसपी रीवा