Mauganj news, नप गए थाना प्रभारी BJP जिला उपाध्यक्ष अधिवक्ता से की थी बदसलूकी, अब आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग।
बीते दिन मऊगंज जिले के बेलगाम थाना प्रभारी ने ऐसी घिनौनी हरकत को अंजाम दिया जिससे जिले का सिर शर्म से झुक गया। बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष और अधिवक्ता विपिन मिश्रा के साथ टीआई राजेश पटेल ने बदतमीजी कर उनकी कालर पकड़ ली। बताया तो यहां तक जा रहा कि टीआई पर खाकी का ऐसा जिन्न सवार था कि वो अधिवक्ता को लाकअप में बंद करने की धमकी भी दे डाले। इस संबंध में जब एडवोकेट विपिन मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि तकरीबन चार माह पहले हाइवे पर स्थित दरबार ढाबा के पास एक बस की बाइक को टक्कर लगी थी इस मामले में बस के परिचालक ने बाइक चालक से समझौता कर बाइक में हुए नुकसान की भरपाई का वादा किया और अपने बस मालिक से बात भी कराया नतीजतन, बाइक चालक ने थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराया इस समझौते में दरबार ढाबा के संचालक ढिल्लू पयासी भी शामिल थे। बताया गया है कि जब बाइक एजेंसी में बन गई तो बस परिचालक से भुगतान करने के लिए वादे के तहत पैसे की मांग की गई लेकिन उसने आनाकानी शुरू कर दी और अंततः पैसे नहीं दिए तब ढिल्लू पयासी ने एक दिन ढाबा के पास बस रुकवा दी। बस चालक भी बस खड़ी कर चला गया, तीन माह से बस वहीं खड़ी रही। बस के मालिक ने भी कोई खबर नहीं ली। आज अचानक बस मालिक दोपहर मऊगंज थाने पहुंचा इसके बाद टीआई ने उससे एक आवेदन लिया और फोन से ढिल्लू पयासी को यह कहकर बुलाया कि बस मालिक से आकर बाइक की मरम्मत के पैसे ले लो।
सब कुछ सामान्य था लिहाजा ढिल्लू पयासी थाने पहुंचे लेकिन यहां टीआई ने नई कहानी की स्क्रिप्ट पहले से ही तैयार कर ली थी उन्होंने आनन फानन ढिल्लू पयासी के खिलाफ लूट का मुकदमा कायम कर लिया और हवालात में डाल दिया। ढिल्लू ने यह जानकारी बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष और अधिवक्ता विपिन मिश्रा को दी। खबर मिलने पर विपिन थाने आए और टीआई से लॉकअप में बंद करने की जानकारी चाही लेकिन टीआई भड़क गए और बदसलूकी पर उतर आए। माहौल बिगड़ता देख विपिन ने जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष हरिहर शुक्ला और पार्टी जिलाध्यक्ष राजेंद्र पयासी को इत्तिला दी कुछ देर बाद ही थाने में वकीलों और पार्टी कार्यकर्ताओं का जमघट लगना शुरू हो गया। हरिहर शुक्ला और राजेंद्र पयासी भी थाने पहुंच गए।
जिलाध्यक्ष और एसडीओपी अंकिता सुल्या के बीच हॉट टॉक भी हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान रसना ठाकुर को भी थाने आना पड़ा इतना ही नहीं एसपी ने हनुमना और शाहपुर थाना प्रभारी के अलावा बज्र वाहन भी बुला लिया। तकरीबन चार घंटे तक थाने में हंगामा चलता रहा वकील टीआई के खिलाफ मुकदमा कायम करने की मांग पर अड़े थे लेकिन एसपी ने जांच के लिए 24 घंटे का वक्त मांगा, उन्होंने कहा जांच में अगर टीआई दोषी पाए गए तो यक़ीनन कार्रवाई होगी। एसपी के आश्वासन पर मामला शांत हुआ। हालांकि अधिवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष ने दो टूक कहा है कि अगर पुलिस ने ढुलमुल रवैया जांच में अपनाया तो हड़ताल, निंदा प्रस्ताव के अलावा आंदोलन भी किया जाएगा।
इस घटना को लेकर भाजपा समर्थकों एवं अधिवक्ताओं द्वारा थाने का घेराव किया गया था और थाना प्रभारी को हटाने की मां की गई थी, जिस पर पुलिस अधीक्षक मऊगंज द्वारा बीते दिन आश्वासन दिया गया था की 24 घंटे जांच करने का समय दीजिए उचित कार्रवाई की जाएगी और आज दिनांक 14 नवंबर को 24 घंटे का समय पूरा हुआ और जांच में यहां पाया गया कि थाना प्रभारी राजेश पटेल द्वारा भाजपा उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता विपिन मिश्रा ने जो आरोप लगाया था वह सही पाया गया, पुलिस अधीक्षक मऊगंज ने बताया कि थाना प्रभारी मऊगंज राजेश पटेल को लाइन अटैच कर दिया गया है, अब अधिवक्ताओं ने थाना प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात पर अडिग हैं देखना यह है कि थाना प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा य फिर अधिवक्ता गण मामले को न्यायालय तक ले जाएंगे।