Sidhi news:अवैध खुदाई की जांच करने पहुंचा खनिज अमला!
ब्यूरो प्रमुख दीपक द्विवेदी
बिना अनुमति मिट्टी खुदाई करने पर भूमि स्वामियों के खिलाफ शुरू हुई कार्यवाही
सीधी .नगर पंचायत चुरहट के वार्ड नंबर 07 में बिना अनुमति मिट्टी खुदाई करने एवं परिवहन की जानकारी मिलने पर मौके से जांच करने पहुंची खनिज विभाग की टीम ने भूमि स्वामी के खिलाफ कार्यवाही की है। इस मामले को चुरहट एसडीएम ने संज्ञान में लेते हुए खनिज एवं राजस्व विभाग को जांच के निर्देष दिए थे जिसके बाद आज गुरूवार को खनिज विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब हो कि भूमि स्वामी द्वारा स्थानीय लोगों को गुमराह करते हुए यह कहा जा रहा था कि मिट्टी खुदाई की अनुमति मेरे द्वारा ली गई है, अब सवाल यह उठता है कि अगर भूमि स्वामी द्वारा अनुमति ली गई थी और विभाग द्वारा अनुमति दी गई थी तो फिर जांच करने किसी उद्देश्य से पहुंची है। और अगर विभाग की टीम जांच करने पहुंची है तो निश्चित ही कुछ गड़बड़ है, हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि भूमि स्वामी द्वारा किस तरह की गड़बड़ी की गई लेकिन यह साफ हो गया है कि अनुमति में झोलझाल हैं। अवैध रूप से मिट्टी खुदाई के चल रहे कार्य का खुलासा मीडिया में होने के बाद जांच करने पहुंची खनिज विभाग की टीम ने खुदाई स्थल के साथ साथ जिस जगह पर मिट्टी गिराई जा रही है उस स्थल का भी निरीक्षण किया हैं। हालांकि जांच कार्यवाही के संबंध में जानकारी लेने के उद्देश्य से मीडिया द्वारा मौके पर जांच करने गए खनिज निरीक्षक देवेन्द्र महोवे से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं रिसीव किया गया जिसके चलते यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कार्यवाही में क्या क्या गड़बड़ी पाई गई।
लाखों की राजस्व चोरी
अगर बिना अनुमति मिट्टी खुदाई की गई है तो भूमि स्वामी द्वारा लाखों रुपए की राजस्व छति सरकार को पहुंचाई हैं, हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि जिस जगह पर मिट्टी खुदाई का कार्य चल रहा था उसकी अनुमति हैं या नहीं। वहीं जानकारों की मानें तो अगर इन्हें तहसीलदार द्वारा अनुमति दी गई होगी तो मात्र तीन फीट की गहराई तक की दी जा सकती हैं लेकिन वर्तमान में जिस जगह पर मिट्टी खुदाई की गई है उस जगह पर 10 फिट से अधिक गहरा हो चुका है। अब देखना यह है कि इस मामले खनिज विभाग क्या कदम उठाता हैं, जांच प्रक्रिया पूर्ण हो गई लेकिन कार्यवाही का खुलासा नहीं हो सका है। बाबजूद इसके यह माना जा रहा है कि हजारों ट्रक निकाली गई मिट्टी का आंकलन नियमानुसार किया गया तो सरकार के खजाने में लाखों रुपए जमा हो सकतें हैं।
इनका कहना है।
निरीक्षक को जांच का निर्देश दिया था अभी मुझे जानकारी नहीं मिली है कि उनके द्वारा क्या कार्यवाही हुई है, जानकारी मिलने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
ए के राय,
जिला खनिज अधिकारी सीधी।