Rewa news:कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक हड़ताल पर बैठे!
पिछले चार माह से वेतन व अन्य राशि का नहीं हुआ भुगतान
रीवा . कृषि विज्ञान केंद्र में मध्यप्रदेश कृषि विज्ञान केन्द्र एप्लॉयज वेलफेयर एसोसिएशन ने आइसीएआर और नियोक्ता के खिलाफ एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन आयोजित किया।
प्रदर्शन में केंद्र के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के तहत कार्य कर रहे वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को पिछले चार महीने से वेतन और अन्य आवश्यक राशि का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे उनके सामने गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। कर्मचारियों ने कहा कि यह स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि वे अब हड़ताल और विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो गए हैं। उनका कहना था कि आज के दिन, जब विश्व मृदा दिवस मनाया जा रहा है और किसानों को कृषि के हर पहलू पर जानकारी दी जानी थी, तब कृषि वैज्ञानिकों को हड़ताल पर रहना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय कृषि मंत्री, प्रदेश के मुयमंत्री और कृषि मंत्री से मांग की है कि इस समस्या का शीघ्र समाधान निकाला जाए। प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र के कर्मचारियों की सेवा शर्तों में अचानक बदलाव किए जा रहे हैं, जबकि अधिकांश कर्मचारी 35 से 40 वर्षों से इस सेवा में हैं। उनका कहना था कि यह उनके साथ अन्याय है, और इसके समाधान के लिए उन्हें उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। इस हड़ताल में केंद्र के प्रमुख सहित सभी वैज्ञानिक और कर्मचारी शामिल थे।
यह मांग भी प्रमुखता से उठाई
कृषि विज्ञान केंद्र के कर्मचारियों ने आरएस परौदा समिति की सिफारिशों को लागू करने की मांग की है, जिसमें ’एक केवीके एक नीति’ के तहत सभी कर्मचारियों को समान सुविधाएं और वेतन-भत्तों में समानता की व्यवस्था करने की अपील की गई है।