Rewa news:अनोखा ईंट दीवार में प्लास्टर की नहीं जरूरत, मौसम के अनुकूल रहता वातावरण वजन भी कम कीमत सामान्य!
हॉलो ब्लाक: मकान निर्माण में खर्च 10 से 15 प्रतिशत होगा कम, रीवा में भी शुरू हुआ प्रचलन
रीवा. अब घरों के निर्माण के लिए एक नई तकनीक का इस्तेमाल शुरू हो गया है। रामनई में हॉलो ब्लॉक ईंटों से निर्माण कार्य हो रहा है, जो शहर और आसपास के लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा बनकर सामने आया है।
इन ईंटों की खासियत यह है कि यह सामान्य ईंटों की तुलना में बड़ी होती हैं, जिससे कम संख्या में ही अधिक निर्माण संभव हो जाता है।
हॉलो ब्लॉक ईंटें मजबूत, उष्मारोधी और अग्निरोधी होती हैं, जिससे गर्मी और सर्दी में घर का वातावरण अधिक स्थिर रहता है। इसके अलावा, यह ईंटें सीलन और दीमक से भी सुरक्षित रहती हैं। पारंपरिक निर्माण में जहां प्लास्टर करने के लिए अधिक समय और खर्च लगता है, वहीं इन ईंटों से बने घरों में प्लास्टर की आवश्यकता नहीं पड़ती। बस बाहर वाटरप्रूफ प्राइमर लगाकर निर्माण पूरा किया जा सकता है, जिससे कम लागत में मजबूत, सुंदर दीवारें बन जाती हैं।
हॉलो ब्लॉक ईंटों का वजन कम होने की वजह से मकान में सरिया की भी कम आवश्यकता होती है। हालांकि इन ईंटों की कीमत सामान्य ईंटों से अधिक होती है, लेकिन निर्माण में बचत होने और समय की बचत के कारण यह विधि सस्ती साबित होती है। अधिवक्ता तारकेश्वर सिंह ने भी इस तकनीक का उपयोग किया है और बताया कि यह प्रयोग सफल रहा है, जिससे कम लागत में अच्छा मकान बना।