Rewa news:परीक्षा के दौरान भी समय से नहीं खुल रहा विद्यालय पूर्व माध्यमिक विद्यालय डेंगरहट में मनमानी!
बेला. ग्राम पंचायत डेगरहट में शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय संचालित है। यहां इस समय अर्धवार्षिक परीक्षाएं संचालित हो रही हैं लेकिन विद्यालय की हालत यह है कि परीक्षा के समय पर ही निर्धारित समय पर नहीं खुल रहा है। कई बार छात्र और शिक्षक आकर विद्यालय के बाहर खड़े रहते हैं। मंगलवार को भी यही स्थिति रही। डेगरहट ग्राम पंचायत के सरपंच सुदामा आदिवासी ने बताया कि डेगरहट स्कूल में पांच शिक्षक पदस्थ हैं। लेकिन कोई भी समय ने नहीं आता। मंगलवार को ग्यारह बजे तक कोई भी शिक्षक विद्यालय नहीं पहुंचा था। ग्यारह बजे के बाद डेगरहट के निवासी रामलखन पाठक पहुंचे जो विद्यालय हेडमास्टर भी हैं। चार अन्य शिक्षकों में उमेश साकेत, भगवान दीन साकेत, अरुणा पाठक, संगीता शर्मा यहां पदस्थ हैं, लेकिन समय पर स्कूल नहीं पहुंचे। हेडमास्टर पाठक ने बताया कि सभी शिक्षक आते ही होंगे। पांच शिक्षक, कुल 31 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है, कक्षा1 में केवल एक छात्र का नाम ही लिखा है।
परिसर में मवेशी बांधते हैं ग्रामीण
सरपंच सुदामा आदिवासी का आरोप है कि गांव के रामलखन पाठक एवं अरुणा पाठक यहां जब से पदस्थ किए गए तब से व्यवस्था बिगड़ी है। क्योंकि स्थानीय होने से इनकी रुचि पढ़ाई में नहीं है, जिससे छात्रों का भविष्य अंधकारमय है। यहां विद्यालय और मैदान में गंदगी पसरी रहती है। गांव के लोग अपने मवेशी स्कूल के परिसर में बांधते हैं और विद्यालय परिसर नशेडिय़ों का अड्डा भी बना हुआ है।
ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग
डेगरहट निवासी आशुतोष पाठक, रामनरेश शर्मा, राम विश्वास विश्वकर्मा, रामनिवास पाठक, रामखेलावन द्विवेदी, राकेश दुबे, प्रमोद शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग के कोई भी अधिकारी कभी स्कूल का निरीक्षण नहीं करते। कार्रवाई हो। रामपुर बाघेलान में पदस्थ बीईओ सुधांशु द्विवेदी ने कहा कि पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के निरीक्षण की जिम्मेदारी संकुल प्रभारी और बीआरसी की होती है।