विधायक दिव्यराज सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले विवेक शुक्ला किसके इशारे पर सिरमौर की शियासत में मचा रहे बबाल-?
विधायक दिव्यराज सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले विवेक शुक्ला किसके इशारे पर सिरमौर की शियासत में मचा रहे बबाल-?
विराट वसुंधरा
रीवा। जिले की सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों राजनीतिक गलियारे में एक नई बहस छिड़ गई है वैसे तो सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह पर कुछ विपक्षी नेता को छोड़ दें तो विरोध करने वालों की कमी देखी गई है लेकिन चुनाव नजदीक आते देख अब विधानसभा चुनाव लड़ने की कतार में लगे एक युवा समाजसेवी ने विधायक दिव्यराज सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाकर अचानक सुर्खियों में आ गए हैं इसके बाद से विवेक शुक्ला को लेकर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है वैसे तो विवेक शुक्ला निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पूर्व में ताल ठोक चुके हैं और इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी कर ली है साथ ही वर्तमान विधायक सिरमौर को भ्रष्टाचार के मामले में घेरकर अचानक सुर्खियों में आ गए हैं।
विवेक शुक्ला को लेकर अब यह कहा जा रहा है कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने कई युवा साथियों के साथ कांग्रेस नेता पूर्व विधायक अभय मिश्रा के हाथों कांग्रेस पार्टी की सदस्य ली थी और लगातार कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहे हैं और जबसे 2023 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए अभय मिश्रा ने कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है तब से विवेक शुक्ला सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में
विधायक दिव्यराज सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार का सबूत लेकर अचानक सक्रिय हो गए हैं।
लोगों की कही सुनी बातों पर सच्चाई क्या है -? यह तो पता नहीं लेकिन यह सही है कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता पूर्व विधायक अभय मिश्रा के चुनाव का संचालन विवेक शुक्ला ने किया था अभय मिश्रा द्वारा सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में भी अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने का प्रयास किया गया तो वहां वर्तमान विधायक के मुकाबले उन्होंने खुद को कमजोर पाया ऐसे में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ गए और अपने गृह क्षेत्र सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की टिकट पर उनकी नजर बनी हुई है।
सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह की स्थिति इस बार कुछ कमजोर नजर आ रही है अगर टिकट कटती है तो पूर्व विधायक अभय मिश्रा टिकट के प्रबल दावेदार हैं। जन चर्चा है कि सिरमौर विधानसभा क्षेत्र अभय मिश्रा की पसंदीदा सीट है वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में अभय मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी में रहते सिरमौर क्षेत्र ही चुना था और टिकट भी मांगा था लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उन्हें रीवा विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया और पराजित हुए थे सिरमौर विधानसभा क्षेत्र उनका गृह क्षेत्र है ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि विवेक शुक्ला के जरिए अभय मिश्रा वर्तमान विधायक दिव्यराज सिंह को घेरने का प्रयास कर रहे हैं।
लोगों की बातों में कितनी सच्चाई है यह आने वाले समय में सामने आ जाएगा। वैसे सच तो यह है कि अभय मिश्रा को लेकर भाजपा का स्थानीय और शीर्ष नेतृत्व खुद पशोपेश में है कि भाजपा में रहते उन्होंने भाजपा से बगावत कर दी थी और कांग्रेस में रहते भी कांग्रेस पार्टी की गाइडलाइन से हटकर काम करते थे अभय मिश्रा की राजनीति में स्थायित्व नहीं है और अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ षड्यंत्र करने में माहिर हैं। तो वहीं कुछ लोगों का यह कहना है कि युवा समाजसेवी विवेक शुक्ला किसी नेता के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए अपनी राजनीतिक जमीन सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में बना रहे हैं क्षेत्रीय विधायक को भ्रष्टाचार के मुद्दे में घेरने के बाद चर्चा में आए हैं उन्हें जन समर्थन भी मिल रहा है किसी नेता के लिए नहीं बल्कि खुद अपनी क्षमता के अनुरूप सियासत में बवाल नहीं धमाल मचा रहे हैं।