Rewa news- राष्ट्रीय राजमार्ग -30 मनगवां से सोहगी पहाड़ तक हो रही सड़क दुघर्टनाओं के लिए जिम्मेदार कौन-?
क्या -? सड़क निर्माण कंपनी को राजस्व और पुलिस विभाग का नहीं मिल रहा सपोर्ट।
क्या -? हाइवे सड़क के डिवाइडर काटकर बनाए गए कट्स और अधूरे ओवर ब्रिज की वजह से हो रही सड़क दुघर्टनाएं।
संजय पांडेय, गढ़
विराट वसुंधरा।। आज हम रीवा जिले की प्रमुख नेशनल हाईवे सड़क क्रमांक 30 जो रीवा से प्रयागराज को जोड़ती है उस सड़क में लगातार हो रही भीषण सड़क दुर्घटनाओं को लेकर उन सवालों को सामने ला रहे हैं जिनके कारण सड़क दुर्घटनाएं घटित हो रही है हम इसे इस तरह से भी कह सकते हैं कि बीते 6 वर्षों से नेशनल हाईवे सड़क में वाहनों का आवा गमन शुरू हो चुका है भारी वाहनों से टैक्स भी वसूला जा रहा है लेकिन सड़क निर्माण करने वाली कंपनी अभी तक हाईवे सड़क पर बने कई ओवर ब्रिज अधूरे छोड़ रखे हैं कंपनी के लोगों का तर्क है कि भू अर्जन का पेंच फंसा हुआ है यह तर्क अपना पक्ष रखने के लिए अच्छा बहाना हो सकता है लेकिन ठोस वजह नहीं हो सकती है हाईवे सड़क में डिवाइडर में बड़े-बड़े कट बना दिए गए हैं और यह सभी कट अवैधानिक तरीके से बनाकर सड़क दुर्घटनाओं को आमंत्रण दिया जा रहा है लोगों का कहना है कि सड़क के किनारे जहां भी ढाबा बने हैं वहां अपनी दुकानदारी चलाने के लिए कट बनवाए गए हैं गढ़ के आसपास लगभग 2 किलोमीटर में 20 कट बने हुए हैं जहां आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है तो वहीं बीच सड़क पर भारी वाहन के खराब हो जाने से सड़क दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं यह वाहन इतने भारी होते हैं कि इनको सड़क से हटाने के लिए कंपनी के पास सुविधा नहीं है और यह दो-चार घंटे नहीं बल्कि दो-चार दिन तक जब तक उसी जगह पर इनकी मरम्मत नहीं हो जाती तब तक खड़े रहते हैं और इस बीच में सड़क दुर्घटनाएं हो जाती हैं और ऐसा कई बार हुआ भी है।
इस वजह से हो रही सड़क दुघर्टनाएं।
मनगवां से चाकघाट तक राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं हो रही है हालात ऐसे हो गए हैं कि शायद ही ऐसा कोई दिन हो जब सड़क दुर्घटना ना हो यह सही है कि सड़क दुर्घटनाओं के लिए वाहन चालक अधिक जिम्मेदार हैं लेकिन इससे भी ज्यादा लापरवाही तो सड़क बनाने वाली कंपनी की है जिसने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बीते 5 वर्षों से अब तक कोई ठोस कार्य नहीं किया जब भी बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हुई है रीवा जिले के कलेक्टर और पुलिस कप्तान एमपी आरडीसी और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने मौका निरीक्षण किया और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पॉइंट भी चिन्हित किये ऐसा नहीं है कि उस पर अमल नहीं किया गया कुछ हद तक सड़क बनाने वाली कंपनी ने दुर्घटनाओं को रोकने के प्रयास किया लेकिन पूरी तरह कामयाब नहीं हुए देखने को मिल रहा है कि कहीं ओवर ब्रिज अधूरे पड़े हैं तो कहीं डिवाइडर में कट्स बने हुए हैं हाईवे सड़क पर खराब भारी वाहन भी खड़े रहते हैं जिसके कारण सड़क दुर्घटनाएं हो रही है।
राजस्व और पुलिस विभाग नहीं करते सहयोग।
राष्ट्रीय राजमार्ग 30 बनाने वाली बंसल रोडवेज के अधिकारी उमेश मिश्रा का कहना है कि कंपनी द्वारा लगातार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास किया जा रहा है लेकिन सड़क को नुकसान पहुंचा कर डिवाइडर में कट बनाने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत होती है तो पुलिस कार्यवाही नहीं करती हम सभी डेंजर प्वाइंट पर देते हैं और तोड़ी गई जगह को सही करते हैं इसके बाद भी फिर से डिवाइडर तोड़ दिया जाता है संबंधित थाना में शिकायत दी जाती है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती तो वही धारा बीघा गढ़ और कलवारी में बनाए गए ओवर ब्रिज की लिंक सड़क के मामले में कंपनी के अधिकारी ने बताया कि यहां भू अर्जन का मामला फंसा है इस कारण से अभी काम अधूरा है जिसे भू अर्जन की समस्या क्लियर करने के बाद पूरा कर दिया जाएगा।
बंसल रोडवेज के अधिकारी का साफ तौर पर इशारा है कि उनको पुलिस और राजस्व विभाग का सपोर्ट नहीं मिल रहा है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग।
राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में हो रही सड़क दुघर्टनाओं को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है सही तरीके से सड़क नहीं बनाई गई है और जगह जगह पर डिवाइडर काटकर अनाधिकृत आवागमन के रास्ते बनाए गये है सड़क पर भारी वाहन खराब होकर कई दिनों तक खड़े रहते हैं इसके साथ ही सड़क के किनारे संचालित ढावा और सर्विसिंग सेंटर भी अपने मुनाफे के लिए सुविधा अनुसार सड़क को नुकसान पहुंचाने में पीछे नहीं हटते ओवर ब्रिज पूरी तरह कंप्लीट नहीं है और लिंक मार्ग नहीं जोड़े जाने के कारण लोग सड़क को काटकर कहीं से भी आवागमन का रास्ता बना लेते हैं इसके साथ ही एमपीआरडीसी विभाग सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गंभीर नहीं है इसलिए लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है।