Rewa news, सिटी कोतवाली पुलिस से क्षुब्ध महिला ने
टीआई के साथ कर दिया कांड वीडियो किया वायरस देखिए क्या है पूरा मामला।
रीवा। पुलिस से क्षुब्ध महिला ने सिटी कोतवाली थाना रीवा में पदस्थ नवागत थाना प्रभारी जे पी पटेल के साथ कुछ ऐसा कर दिया कि टीआई साहब के साथ हुई यह घटना सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है बताया गया है कि उक्त महिला ने टी आई को अपमानित करने अपने साथियों के साथ साजिश रच उन्हे बदनाम करने की योजना बनाई और थाने पहुंच कर टी आई को माला पहनाकर आरती उतारने लगी इस घटना का विडिओ बना कर उसे वायरल भी कर दिया महिला के साथ सिटी कोतवाली थाना पहुंचे युवक ने कहा कि थाने में शिकायत करने के बावजूद भी पुलिस कार्यवाही नही कर रही थी इसलिए आज उनका सम्मान कर रहें है महिला के साथ उसकी छोटी-छोटी बेटियां भी थाना पहुंची थी यह घटना बीते दिन की है और अब यह वायरल वीडियो सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है महिला की इस कृत्य से साफ देखा जा सकता है की थाना प्रभारी किस तरह से खुद को असहज महसूस कर रहे हैं और बार-बार कह रहे हैं की बहन जी यह क्या कर रहीं है।
क्या है पूरा मामला।
दरअसल यह पूरा मामला चांदी की चोरी का है जिसकी शिकायत फरियादी द्वारा थाने में की गई,, जिसकी जांच तत्कालीन थाना प्रभारी द्वारा की जा रहीं थी इस दौरान उनका तबादला हो गया और नवागत थाना प्रभारी के तौर पर जय प्रकाश पटेल ने पदभार संभाला और उन्होंने मामला संज्ञान में आने के बाद चोरों की तलाश शुरु कर दी,,, चोरी की शिकायत पर पुलिस द्वारा विवेचना की जा रहीं थीं साथ ही पुलिस ने फरियादी से कुछ दस्तावेज मांगे थे जो वो पुलिस को नही उपलब्ध करा सके और कुछ लोगो पर संदेह करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने का दबाव बनाने लगे,, पुलिस ने साफ तौर पर कहा की मामले की विवेचना की जा रहीं है और जिसकी भी भुमिका चोरी की घटना में होंगी पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी।
पुलिस पर दबाव बनाने लोग करते हैं ऐसा काम।
अक्सर देखा जाता है कि कई बार फरियादी इस बात का दबाव बनाते हैं कि संदेहियो को पकड़ा जाए और जब पुलिस ने उन्हें नही पकड़ा तो अपमानित करने की नियत से साजिश रच थाना प्रभारी का मोबाईल से विडिओ बनाकर वायरल कर दिया यह पहली घटना नहीं जब पुलिस को अपमानित होना पड़ा हो अक्सर मन मुताबिक कार्यवाही न होने पर लोग पुलिस पर कार्यवाही न करने घूस मांगने जैसे आरोप लगाते रहते है लेकिन कुछ मतलबी व पहुंच वाले लोगो द्वारा पुलिस पर अनावश्यक दबाव बना कर मन मुताबिक कार्यवाही करने का जो दबाव बनाया जाता है वो समाज के लिए अच्छा सन्देश नही है क्योंकी इस तरह की कार्यवाही करने पर दोषी बच जाता है और निर्दोष फस जाता है जिसके कारण पुलिस के प्रति समाज में असंतोष तो फैलता ही है साथ ही पुलिस और आम जन के बीच सुरक्षा का विश्वास भी टूट जाता है।
पुलिस भी नहीं है दूध की धुली।
अक्सर देखा जाता है कि राजनीतिक दबाव या रिश्वतखोरी के चक्कर में कभी-कभी पुलिस झूठे मुकदमे भी दर्ज कर देती है और बेगुनाहों को ऐसे झूठे मामलों में कई वर्षों तक परेशान होना पड़ता है झूठे गवाहों और कूट रचित पुलिस की कहानी से निर्दोष लोग भी मुलजिम बना दिए जाते हैं तो वहीं दूसरी तरफ ऐसा भी होता है कि अगर पीड़ित पक्ष कमजोर है तो पुलिस में उसकी सुनवाई नहीं होती जांच और विवेचना के नाम पर वर्षों तक मामले को दफन करके रखा जाता है फरियादी इधर-उधर शिकायत लेकर फिरता रहता है लेकिन उसे न्याय नहीं मिलता हालांकि इस मामले में थाना प्रभारी जेपी पटेल का कोई लेना-देना नहीं है उनकी पदस्थापना अभी कुछ ही दिनों पहले हुई है और यह मामला उनसे पहले का बताया गया है पीडि़त फरियादी भले ही अपनी जगह सही हो लेकिन टीआई पटेल को अपमानित करना घोर निंदनीय है।