Rewa news, जल जीवन के नाम पर PHE और जल निगम बना रहे मौत की खाई अधिकारियों ने आंखों में बांध रखा है पट्टी।
जल जीवन मिशन के घटिया गुणवत्ता विहीन कार्यों को लेकर समाजसेवी ने कलेक्टर और संभागायुक्त की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल।
देश में जिस योजना को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और जल जीवन मिशन के माध्यम से जनता को पानी उपलब्ध करवाने की बात कर रहे हैं इस जल जीवन मिशन योजना में किस हद तक भ्रष्टाचार हो रहा है यह कहने नहीं देखने और समझने की जरूरत है जहां-जहां जल जीवन मिशन के तहत निर्माण कार्य हुए हैं घटिया दर्जे के हैं तो वहीं जल जीवन मिशन का निर्माण कार्य जीवन देने के स्थान पर मौत को आमंत्रित कर रहा है। पीएचई और जल निगम के ठेकेदारों ने पूरे जिले और प्रदेश में आतंक फैलाकर रखा है। देखा जाय तो जल जीवन मिशन से घर घर पानी पहुंचाने का कार्य किया जाना था लेकिन पानी तो दूर गांव की सड़कों का लगातार सत्यानाश किया जा रहा है और सड़क किनारों मौत की खाई बनाई जा रही है यह कहना है सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी का जिन्होंने लगातार जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
फूल देवास वाया लालगांव वाली पीसीसी सड़क किनारों को किया गया बर्बाद।
अभी ताजा मामला बैकुंठपुर से कलवारी जाने वाली एमपीआरडीसी पीसीसी सड़क के किनारों का है जहां फूल देवास और अटरिया के आसपास की इस सड़क के किनारों और साइड शोल्डर को खोदकर ठेकेदारों द्वारा नष्ट कर दिया गया है। भठबा के आगे आने पर भलुहई के आगे हिनौती की तरफ सड़क का भी यही हाल है। ग्राम चिआर और हिनौती में भी पाइप डालने के नाम पर सड़क किनारों को खोदकर छोड़ दिया गया है जहां आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।
पीएचई के प्रभारी कार्यपालन यंत्री संजय पांडे की सह पर हो रहा घटिया कार्य।
जहां भी अधिकतर सड़कों की खोदाई की जा रही है वह पीएचई के सुपर विजन में किया जाना है। जल निगम का कार्य भी पीएचई विभाग की निगरानी में होता है लेकिन निगरानी तो दूर की बात यहां भ्रष्टाचार इस कदर हावी है की सबके मेल जोल से करोड़ों अरबों को जल जीवन मिशन की राशि हड़पी जा रही लेकिन न तो ग्रामों में सही ढंग से पाइप लाइन डाली हैं और जहां डाली गई वहां आज तक पानी तक नहीं पहुंच पाया। जहां भी पानी सप्लाई किया जाना था और समूह नल जल योजना का संचालन होना था मात्र कागजों पर हो रहा है। इस बात को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी पूर्व सरपंच देवेंद्र तिवारी और आरटीआई एक्टिविस्ट पुष्पराज तिवारी ने कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए जिला प्रशासन जिला कलेक्टर और संभागायुक्त पर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने और ग्रामीण विकास में चल रहे भ्रष्टाचार पर आंख बंद करने सब कुछ चलने देने का आरोप लगाया है।