World Environment Day: बेहतर जीवन जीने के लिए अच्छे वातावरण का होना बहुत जरूरी है। लेकिन आजकल प्रदूषण दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते प्रदूषण के पीछे सिर्फ फैक्ट्रियों और फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं ही नहीं कई कारण जिम्मेदार हैं। इसलिए इसे कम करना और पर्यावरण की रक्षा करना बहुत जरूरी है। क्योंकि आज के समय में प्रदूषण के कारण अस्थमा जैसी कई सांस संबंधी बीमारियां दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं–World Environment Day
विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास (History of World Environment Day)
विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का निर्णय 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्टॉकहोम सम्मेलन में किया गया था। जिसका विषय पर्यावरण संरक्षण था। इसके बाद हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। यह खास दिन 1974 से 5 जून को मनाया जाता है।
विश्व पर्यावरण दिवस की थीम (world environment day theme)
इस खास दिन के लिए हर साल एक अलग थीम तय की जाती है। इस वर्ष थीम का फोकस हमारी भूमि नारे के अनुरूप भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखा पर है। पिछले साल विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित थी।
आजकल प्रदूषण बढ़ने के कई कारण कारखानों और फैक्ट्रियों के अलावा भी हैं। इंसानों की बुरी आदतें जैसे पानी बर्बाद करना, प्रदूषण फैलाना और पेड़ों को काटना पर्यावरण पर असर डालता है। जिसके परिणामस्वरूप आगे चलकर मानव को प्राकृतिक आपदाओं का बोझ उठाना पड़ता है।
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