MP news, सतना और मैहर जिले के अधिकारियों ने प्रदेश स्तर पर कटाई नाक 3.68 करोड़ का सड़ा चावल वितरण के लिए भेजा शिवपुरी।
डा राज कुमार गौतम, ब्यूरो
मैहर। जिला मैहर अंतर्गत अमरपाटन व सतना से 28 जून को शिवपुरी ,श्योपुर में पीडीएस वितरण के लिए रैक से 52 हजार बोरी चावल भेज गया। जिसमें से 24500 बोरी चावल अमानक निकला है। इसमें से 3 हजार बोरी चावल मनुष्य क्या जानवरों के खाने योग्य नहीं है इस अमानक चावल की कीमत 3.68 करोड़ रुपए के लगभग बताई गई है। मामला सामने आने के बाद अब मिलरों पर बड़ी कार्यवाही की तलवार लटक रही है। हालांकि इस मामले में जिला प्रबंधक पंकज बोरसे यह कहते रहे कि उन्हे जानकारी नही है, जबकि अमानक चावल की जानकारी रैक पहुंचने के साथ ही शिवपुरी जिला प्रबंधक ने दे दी थी। 250 बोरी ऐसा चावल निकला जिसे गढ्ढा खोदकर गडवाया गया है बता दें कि एसकेवी फूड इंडस्ट्रीज अमरापटन, शिवशक्ति एग्रोटेक सतना, मंगल मारुति इंडस्ट्रीज बराकला, विनायक इंडस्ट्रीज, आोसियन राइस मिल अमरपाटन, अमन राइस मिल अमरपाटन, जय कामतानाथ एग्रो इंडस्ट्रीज, नगायच इंडस्ट्रीज सतना, सक्षम इंडस्ट्रीज सतना का चावल रिजेक्ट हुआ है।
सवालों के घेरे में जिला प्रबंधक।
सतना जिले के नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक पंकज बोरसे इस पूरे मामले में अनजान बन गए और कहा कि कोई चावल अमानक नहीं है जबकि बीते 1 जुलाई 2024 को ही शिवपुरी रैक प्वाइंट में सतना और मैहर जिले का सड़ा गला अमानक चावल प्राप्त होने का पंचनामा बन गया था इतना सबकुछ होने के बाद नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक द्वारा दी जा रही सफाई गड़बड़ी पर पर्दा डालने जैसा है लोगों का इस पूरे मामले को लेकर कहना है कि मैहर और सतना जिले के अधिकारियों के चलते प्रदेश स्तर पर सतना की नाक कट गई है।
इंसान क्या जानवर भी नहीं खाते ऐसा चावल।
जो चावल सतना और मैहर जिले से पीडीएस में बांटने के लिए शिवपुरी भेजा गया है वह चावल इंसान क्या जानवर भी नहीं खा सकते सड़ा और दुर्गंध मारता चावल शिवपुरी भेजे जाने के बाद जब मामला पकड़ में आया तब नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों सहित अन्य जिम्मेदार लोगों की सांस फूलने लगी है माना जा रहा है कि इस बड़ी अनियमितता और लापरवाही के लिए आने वाले समय में कई अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है।