Jabalpur News: शासकीय माध्यमिक शाला गोविंदगंज तमरहाई स्कूल में गुरुवार दोपहर लगभग 1:45 हडक़ंप मच गया, जब स्कूल के जर्जर भवन की छत का छज्जा गिरकर लटक गया। गनीमत रही कि लंच टाइम होने के कारण सभी बच्चे बाहर मैदान में खेल रहे थे, जिससे इस हादसे में किसी भी मासूम बच्चे को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा है। इस घटना के चलते शासकीय स्कूल में इस तरह की लापरवाही से किसी भी मासूम की जान पर भी आ सकती है। परंतु जिला प्रशासन द्वारा इस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया है।
स्कूल स्टाफ से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर को जब लंच टाइम चल रहा था तो सभी बच्चे बाहर मैदान में खेल रहे थे उसी समय स्कूल के गेट के पास छज्जा अचानक से गिरकर लटक गया। गनीमत थी कि कोई भी बच्चा उसके पास मौजूद नहीं था, अन्यथा किसी भी मासूम के साथ दुर्घटना हो सकती थी। स्कूल स्टाफ ने बताया कि पिछले दो महीने पहले से ही भवन जर्जर होने की शिकायत शिक्षा विभाग के इंजीनियर को की गई थी, परंतु किसी भी अधिकारियों द्वारा स्कूल में ना ही निरीक्षण किया गया और ना ही भवन को मरम्मत करने के लिए कोई कार्य किए गए। जिसके कारण गुरुवार को यह हादसा हुआ।
जर्जर भवन, डीईओ ने 10 लाख का बजट देने की कही थी बात
स्कूल स्टाफ से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के इंजीनियर ओ पी सिंह को जर्जर भवन होने की शिकायत 2 महीने पहले की गई थी। जिसके जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी द्वारा इंजी. ओ पी सिंह को स्कूल में कार्य करने के लिए 10 लाख रुपए का बजट देने की बात भी कही गई थी। परंतु उसके बावजूद आज तक स्कूल में मरम्मत के नाम पर एक खील भी नहीं ठोकी गई है, ना ही किसी प्रकार से कोई निरीक्षण करके इसका सत्यापन किया गया है। इसके चलते स्कूल भवन का छज्जा पूरी तरह से लटक चुका है, जिससे हादसा होने की संभावना बढ़ गई है।
विधायक- पार्षद को भी कराया था अवगत
शासकीय माध्यमिक शाला गोविंदगंज तमरहाई की स्थिति जर्जर होने से स्कूल में दुर्घटना होने का भय बना रहता है जिसके लिए आचार संहिता लगने के पहले क्षेत्रीय विधायक अभिलाष पांडे एवं क्षेत्रीय पार्षद द्वारा एक कार्यक्रम में स्कूल आगमन हुआ था। जिसके चलते स्कूल स्टाफ ने विधायक एवं पार्षद को भवन के जर्जर होने की स्थिति से अवगत कराया था,साथ ही स्कूल में जल्द ही कार्य करने के लिए भी आग्रह किया गया था। उसके बावजूद भी किसी भी प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि द्वारा स्कूल में ध्यान नहीं दिया गया।
5 दिन बंद थी बिजली, शिक्षकों नेे कराया था सुधार
शासकीय माध्यमिक शाला गोविंदगंज की स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि यहां पर 5 दिन बिजली बंद थी। परंतु किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। शिक्षकों द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी बिजली सुधारने के लिए कोई भी कर्मचारी नहीं पहुंचा। शिक्षकों ने बताया कि 5 दिन तक बंद बिजली के कारण यहां पर कार्य करने में काफी समस्या आ रही थी, जिसके लिए स्कूल के शिक्षक- शिक्षिकाओं ने मिलकर 5000 रूपए जुटाए और बिजली का कार्य कराया। जिसके बाद ही शासकीय स्कूल में बिजली की सप्लाई शुरु हुई।
इनका कहना है
शासकीय गोविंदगंज स्कूल में छज्जा गिरने की जानकारी नहीं है मैं पता करवाता हूं। स्कूल के इंजीनियर को बजट देने के लिए कब कहा गया था इसका ध्यान अभी नहीं है, जानकारी लगते ही आगे कार्य कराया जाएगा।
घनश्याम सोनी,
जिला शिक्षा अधिकारी