सचिन ने कैशबुक व अन्य दस्तावेज जनपद सदस्य को दे दिए, जिससे दोनों ने विकास कार्य में रोड़ा अटका दिया
सिंगरौली । ग्रामीण क्षेत्रों में निर्वाचित महिला सरपंच से लेकर सचिव और जनपद सदस्य दुर्व्यवहार कर रहे हैं और किसी भी सरकारी काम में सहयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जिले की गन्नई ग्राम पंचायत में सामने आया है. जिसकी शिकायत सरपंच ने जिला पंचायत सीईओ से लिखित में की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत देवसर के गन्नई ग्राम पंचायत की महिला सरपंच देवकी प्रजापति ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखित आवेदन देकर पंचायत सचिव एवं जनपद पंचायत सदस्यों के विरुद्ध साजिश रचने एवं झूठी शिकायतें करने की शिकायत की है। पंचायत. महिला सरपंच देवकी प्रजापति ने लिखा कि महिला सरपंच अनुसूचित जाति से चुनी गई है। मेरे जिले के वार्ड गन्नई से रामधनी यादव निर्वाचित हुए हैं। चुनाव के बाद से ही वे मुझ पर और मेरे पति व ससुर पर दबाव बना रहे हैं कि मेरे हिसाब से सरपंची करें. लेकिन मैं और मेरा परिवार इस बात से सहमत नहीं है. जिसके चलते उन्होंने अपने रिश्तेदार को सचिव पद पर नियुक्त कर दिया है और विकास कार्यों में अपनी हिस्सेदारी मांग रहे हैं. सही कार्य का अनुरोध है. भुगतान न करने पर झूठी शिकायत कर पंचायत की जांच कराई जाती है।
सचिव व जनपद सदस्य काम नहीं करने देते हैं
महिला सरपंच का आरोप है कि सचिन तुलसीराम यादव और जनपद सदस्य रामधन यादव आपस में रिश्तेदार हैं. सचिन और जनपद सदस्य पंचायत में काम और ठेका देने से मना करने के कारण पंचायत में कोई भी विकास कार्य नहीं होने देते हैं। कुछ दिन पहले पंचायत सचिव गन्नई तुलसीराम यादव ने जनपद पंचायत सदस्य रामधनी यादव को पंचायत कैशबुक दी है। जहां पंचायत नियमों का उल्लंघन हो रहा है.
दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़
जिला पंचायत सदस्य रामधनी यादव द्वारा शिकायती पत्र में गोपनीय शासकीय दस्तावेज शामिल कर पंचायत के कामकाज की जांच के लिए जिला पंचायत कार्यालय में झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है। वहीं जनपद सदस्य का कहना है कि जब तक तुम मेरे मुताबिक काम नहीं करोगे, मैं पंचायत का एक भी काम नहीं होने दूंगा. इस मामले में पंचायत सचिव सरकारी दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर मुझे फंसाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने वाले सचिव पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।