अनूपपुर: नवजात शिशु को जन्म देने के बाद खाली हाथ घर गई प्रसूता स्वास्थ्य केंद्र से बच्चा हुआ गायब
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में नवजात शिशुओं की तस्करी होने की आशंका को बल मिलता नवजात के गायब होने का मामला।
पुलिस में शिकायत के बाद मिला नवजात शिशु, नवजात के लिए दूध और कपड़े की थाना प्रभारी के परिवार के द्वारा की गई व्यवस्था।
अनूपपुर–सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में नवजात शिशु की गायब होने की घटना की उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है, जानकारी के अनुसार डिलीवरी के लिए आई महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया किंतु वह उसके परिजन स्वास्थ्य केंद्र से खाली हाथ चले गए पैदा हुए नवजात शिशु का क्या हुआ नवजात शिशु कहा गया अस्पताल प्रबंधन को भी नहीं मालूम ऐसा कहना उपस्थित स्टाफ का है जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 7 सितंबर को एक गर्भवती महिला डिलेवरी के लिए भर्ती हुई थी उसने सुबह 6:30 बजे स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया जिसका वजन लगभग 3 किलो बताया जाता है, बच्चें के पैदा होते ही प्रसूता और उसके पति में बच्चे को लेकर कुछ कहा सुनी हो गई इस विवाद का कारण दंपति के शादी को 4 महीने हुए थे पति का आरोप है की शादी के पहले किसी और से संबंध था इसलिए बच्चा शादी के 4 महीने बाद ही पैदा हो गया, अब समाज में शर्मिंदगी के हालात न बन जाए इस वजह से पति-पत्नी की लड़ाई को स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद स्टाफ ने और अधिक बढ़ावा दिया दंपति के लोक लाज का हवाला देकर बच्चे को स्वास्थ्य केंद्र में ही छोड़कर खाली हाथ जाने हेतु प्रेरित किया गया बताया जाता है कि प्रसूता का पति बातों में आकर खाली हाथ चला भी गया, पता चला कि इसके बाद एक नर्स और सफाई कर्मी ने प्रसूता को यह भी भरोसा दिलाया कि बच्चा अच्छे से रहेगा तुम्हें भी मुंह छुपा कर नहीं घूमना पड़ेगा तुम इसे छोड़कर जा सकती हो क्योंकि बच्चा शादी के 4 महीने बाद पैदा हो गया था लिहाजा प्रसूता को भी समाज में लज्जित न होना पड़े,प्रसूता भी बच्चा छोड़ने को राजी हो गई बताया जाता है कि प्रसूता को बगैर नवजात शिशु दिए ही तत्काल वहां से चलता कर दिया गया।
सूत्रों से यह पता चला है कि महिला ने 1 घंटे और स्वास्थ्य केंद्र में रहने की मिन्नते करती रही कारण बताया कि उसकी सास बाहर गई हुई हैं और उनके आने तक एक घंटा अस्पताल के अंदर ही रहने दिया जाय, लेकिन स्टाफ ने तुरंत उसे स्वास्थ्य केंद्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया और कुछ प्रत्यक्ष दर्शियों ने उक्त प्रसूता को स्वास्थ्य केंद्र के बाहर बैठकर अपनी सास का इंतजार करते हुए भी देखा गया था तब सवाल यह उठता है कि जब नवजात की मां और उसका कथित पिता खाली हाथ अस्पताल से रवाना कर दिए गए तो बच्चा कहा गया कुछ लोग आशंका जाहिर कर रहे हैं कि शिशुओं की तस्करी का मामला हो सकता है, घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता बताई जा रही है ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी को इस विषय की जांच कर कर कठोर से कठोर कार्रवाई करनी चाहिए जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्त ना हो और समाज में लोग डॉक्टर को भगवान मानते हैं और डॉक्टर के प्रति लोगों का भाव सही रहे और प्रसूता को उसका बच्चा दिलवाया जाए।
नर्स और सफाई कर्मी द्वारा स्पष्ट रूप से बच्चा ना देने की बात कही गई और अपनें पास बच्चा ना होना भी बताया जिसके बाद मामला ने तूल पकड़ लिया और बच्चा गुम हो जाने की आशंका को लेकर परिवार ने खंड चिकित्सा अधिकारी से मिल कर बच्चा दिलानें की मांग करनें लगें ! तो खंड चिकित्सा अधिकारी ने सभी से पूछ ताछ की बच्चें का पता ना मिलनें पर खंड चिकित्सा अधिकारी ने सीसीटीवी की फुटेज जांच करतें हुए कोतमा थानें में बच्चा गुम हो जाने की शिकायत दर्ज कराई गई !
सफाई कर्मी द्वारा बच्चा ले जाने की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और परिवार ने भी बच्चा स्टाफ नर्स के कहने पर सफाई कर्मी को दिया जाना बताया ! कोतमा थाना प्रभारी ने सीसीटीवी की छानबीन कर 24 घंटे में ही नवजात को दस्तयाब कर लिया जो काफ़ी सराहनीय है! पुलिस द्वारा जानकारी अनुसार बच्चें को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौप जाएगा और आगें विवेचना की जाएगी !