मध्य प्रदेश के भोपाल में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने आज सभी पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही पुलिस ने जनता से अपने जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी का गंभीरता से पालन करने की अपील की है.
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार संभावित जलजमाव वाले स्थानों, पुल-पुलियों, नदियों, प्राकृतिक झरनों और पिकनिक स्थलों पर गश्त बढ़ायी जाये और किसी भी व्यक्ति को जोखिम भरा कदम उठाने की इजाजत नहीं दी जाये. . जहां भी पुल-पुलियों पर पानी का बहाव हो, वहां यह सुनिश्चित किया जाए कि आवागमन पूरी तरह बंद हो जाए।
पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार राज्य के सभी जिलों में जिला स्तरीय पुलिस बाढ़ नियंत्रण/निगरानी कक्ष स्थापित किये गये हैं जो आपदा के दौरान 24 घंटे कार्यरत रहते हैं। बाढ़ नियंत्रण कोषांग के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को प्रभारी पदाधिकारी (नोडल पदाधिकारी) नियुक्त किया गया है. बाढ़ राहत कार्य के लिए जिला पुलिस बल के तैराकों एवं होम गार्ड/प्रशिक्षित जवानों की सूची तैयार कर ली गई है तथा सभी को हाई अलर्ट पर रखा गया है, ताकि आपदा के समय उनका उपयोग किया जा सके। इसी प्रकार तहसील मुख्यालय के स्टेशनों पर भी आवश्यकतानुसार बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं।
जिले में बांधों से पानी छोड़े जाने के संबंध में प्रभावित गांवों के लोगों को ग्राम कोटवार, नगर/ग्राम रक्षा समिति सदस्यों के माध्यम से 24 घंटे पहले अलर्ट करने के निर्देश दिये गये हैं. साथ ही ग्राम कोटवार को ऐसे नालों, नदियों, पुलों और नदियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं, जिनमें बारिश के दौरान बाढ़ आती है और बाढ़ की स्थिति होने पर तत्काल सूचना क्षेत्रीय पुलिस थाने/चौकी को देने के निर्देश दिए गए हैं। बारिश के दौरान जिला स्तरीय मौसम विभाग के कार्यालय से लगातार संपर्क में रहकर बारिश की स्थिति एवं संभावित भारी बारिश की स्थिति के संबंध में समय पर जानकारी प्राप्त कर लोगों को सचेत करने एवं सुरक्षात्मक उपाय करने का निर्देश दिया गया है.
राज्य में रेलवे की स्थिति की लगातार जानकारी प्राप्त करने तथा भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण रेल मार्ग अवरुद्ध होने पर आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये गये हैं. भारी वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति में विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर सभी संसाधनों की व्यवस्था कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
प्रदेश में भारी बारिश को देखते हुए सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, श्योपुर, अशोकनगर, मंडला, डिंडौरी, सिंगरौली विशेष हाई अलर्ट पर हैं। भारी बारिश के कारण इन जिलों में कई सड़कें बंद हो गई हैं. भारी बारिश के कारण आपदा की स्थिति में जिला पुलिस बल के तैराकों एवं बाढ़ राहत कार्य हेतु होम गार्ड/प्रशिक्षित जवानों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. सभी विभागों से समन्वय बनाकर व्यवस्था की जाती है।