Satna news, सांसद एवं क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ विभाग की मौजूदगी में संपन्न हुआ एड्स सघन जगरुकता अभियान।
सतना। मे आयोजित राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम में के एल नामदेव क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ सेवाएं संभाग रीवा द्वारा बताया गया कि टेलीविज़न एवं रेडियो पर नियमित रूप से इस विषय से संबंधित प्रसारण आयोजित किये जाते हैं जिसमें कंडोम के उपयोग, एड्स प्रभावित लोगों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार, समेकित परामर्श एवं परीक्षण केंद्र, एचआईवी/एड्स के प्रति भ्रांतियां, यौन संक्रमित रोगों के उपचार, युवाओं के एचआईवी संक्रमित होने की ज्यादा आशंका, एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी एवं रक्त आदान- प्रदान संबंधी सुरक्षा से सबंधित जगरूकता से बचाव है,
सतना मे संपन्न हुए एड्स जगरूकता अभियान और युवा संवाद , जगरूकता अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया गया जिसमे सांसद सतना गणेश सिंह एवं क्षेत्रिय-जन प्रतिनिधि, के साथ स्वास्थ विभाग की तरफ से डॉ के एल नामदेव क्षेत्रिय संचालक स्वास्थ सेवाएं रीवा भी शामिल हुए।
एचआईवी संक्रमण को रोकने का एकमात्र तरीका यही है कि लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाए। लोगों को इसकी उत्पत्ति एवं प्रसार के बारे में बताया जाए ताकि लोग इस महामारी के दुष्प्रभाव से बच सकें। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की गई जिसका उद्देश्य जन-जन तक एचआईवी/एड्स एवं इसके रोकथाम से संबंधित सभी सूचनाएँ एवं जानकारियाँ पहुँचाना है एचआईवी प्रभावित लोगों में सामान्य लोगों की अपेक्षा क्षय रोग (टी.बी) होने का खतरा अधिक होता है।
रीवा संभाग एचआईवी/एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास कर रहा है। एड्स नामक इस भयानक बीमारी ने संभाग की एक बड़ी आबादी को अपने प्रभाव में जकड़ रखा है। एचआईवी से संबंधित मामलों को पूर्ण रूप से ख़त्म किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं एवं पिछले कुछ वर्षों में रीवा ने इस प्रयास में अंशतः सफलता भी पाई है। रीवा संभाग को “पूर्णतः एड्स मुक्त” होने में अभी काफी समय लगेगा क्योंकि अभी भी रीवा मे 15 से 49 वर्ष की उम्र के बीच के लगभग कई हजार लोग एड्स से प्रभावित हैं। रीवा मे एड्स के मामले बेशक कम हुए है लेकिन अभी भी कुछ जगहों मे निगरानी तंत्र मजबूत करने की जरूरत है।