MP news, सरकारी स्कूलों में छात्रों का कोर्स पूरा होने का संकट, अतिशेष शिक्षकों और अतिथि शिक्षकों में अटका मामला।
मध्यप्रदेश में जून के महीने से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बड़े जोर शोर के साथ नए शिक्षण सत्र का प्रारंभ किया गया था स्कूलों में बच्चों का स्वागत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को लगा दिया गया था नव प्रवेशी छात्रों का नए शिक्षण सत्र 2024 -25 का उसे अंदाज में आगाज किया गया था कि पूरे प्रदेश की स्कूल शिक्षा व्यवस्था अब पटरी पर आ जाएगी लेकिन अगस्त का महीना बीत जाने के बाद भी अभी तक स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी नहीं हुई हालत यह है कि छात्र-छात्राओं की कोर्स कंप्लीट करने में शिक्षकों के पसीने छूट रहे हैं कुछ विद्यालयों में तो शिक्षक ही नहीं है एक दो शिक्षकों के सहारे ही सैकड़ो छात्रों को सभी विषयों में पारंगत दिलाई जा रही है।
देखा जाए तो इसी माह त्रैमासिक परीक्षा होने वाली है ऐसे में शिक्षकों को जहां उच्च पद प्रभार देने के कारण अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग के कारण लगभग देखा जाए तो अधिकांश विद्यालयों में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो वही स्कूल शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में रिक्त पड़े हजारों पदों पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती अभी तक नहीं कर पाई है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अतिथि शिक्षकों की भर्ती के संबंध में अब तक छह बार जॉइनिंग की तिथि बढ़ाई जा चुकी है इसके साथ ही अतिशेष शिक्षकों की सूची का मामला भी अब ठंड पड़ता नजर आ रहा है।
बताया जाता है कि पूरे प्रदेश में लगभग 35 हजार अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग होने के बाद स्कूलों में रिक्त पदों को भरने भेजा जा रहा है शैक्षणिक सत्र 2024 – 25 का ढाई महीना बीत चुका है जुलाई से लेकर सितंबर के शुरू माह तक कई विद्यालयों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी के चलती है छात्रों की ओर पूरे नहीं हो रहे तो वही अतिशेष शिक्षकों के समय पर जॉइनिंग नहीं होने से अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति भी खटाई में पड़ती जा रही है।