MP में विधानसभा चुनाव से पहले CM शिवराज सिंह चौहान ने खेला एक और सियासी दांव विपक्षी हैरान।
CM शिवराज की नई घोषणा 21 वर्ष हो चुकी लाडली लक्ष्मी को भी अब लाडली बहना योजना का मिलेगा लाभ।
21 वर्ष से ऊपर की सभी अविवाहित बेटियां लाडली बहन योजना के तहत होंगी लाभान्वित।
विराट वसुंधरा/ रोहित त्रिपाठी
भोपाल: मध्य प्रदेश में आगामी 2 माह बाद विधानसभा चुनाव है 20 वर्षों से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी योजनाओं और घोषणाओं के लिए जाने जाते हैं विधानसभा चुनाव से 6 महीने पहले लाडली बहन योजना शुरू कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की लाखों महिलाओं को 1000 प्रति माह देना शुरू किया था जो बढ़कर अब 3000 तक होगा इस योजना में अविवाहित महिलाएं शामिल नहीं थी लेकिन अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन सभी बेटियों को भी लाडली बहन योजना के तहत लाभ देने का निर्णय लिया है जो 21 वर्ष की हो गई है भले ही उनका विवाह ना हुआ हो ऐसे में यह देखा जा रहा है की शिवराज सरकार द्वारा पूर्व में शुरू की गई लाडली लक्ष्मी योजना के तहत लाभान्वित हुई बेटियां भी अब 21 वर्ष बाद अविवाहित होने के बाद भी लाडली बहन योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगी।
लाडली बहन आवास योजना भी शिवराज सरकार ने लागू कर दिया है और इसके लिए आवास हीन महिलाओं का फार्म भी भरने का काम शुरू है लगातार महिलाओं को सबल बनाने के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार घोषणा दर घोषणा करती जा रही है पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना फिर लाडली बहन योजना इसके बाद लाडली आवास योजना और अब 21 वर्ष पूरे कर चुकी अविवाहित बेटियों को भी लाडली बहना योजना में शामिल करके बड़ा सियासी दांव खेला है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा घोषणा की गई है कि जो भी हमारी बहनें 21 साल से ऊपर की है उनकी अभी तक शादी नहीं हुई है उन्हें भी अब लाडली बहना योजना की राशि दी जाएगी इस योजना का काम अभी से आज ही से बहुत ही तेजी से शुरू किया जाएगा ऐसे में देखा जाए तो मध्य प्रदेश के चुनावी समर में उतरने जा रही भाजपा अब महिलाओं को पूरी तरह से अपनी ओर खींच चुकी है लाडली बहन योजना की लोकप्रियता थी ही अब लाखों की तादात में 21 वर्ष से ऊपर की वह बेटियां भी जो अभिवाहित हैं इस योजना से लाभान्वित होगी ऐसे में माना जा रहा है कि मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग की महिलाओं को शिवराज सरकार ने अपनी लाडली बहन योजना के तहत काफी प्रभावित किया है हालांकि इसको विपक्ष चुनावी घोषणा बता रहा है बावजूद इसके भाजपा के प्रति महिलाओं का रुझान बढ़ा है और इसका असर आने वाली विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा इससे इनकार नहीं किया जा सकता।