Sidhi news आरईएस की एसडीओ के कारनामों पर नहीं पड़ रही जिम्मेवारों की नजर!
गौशाला निर्माण अधूरा, पुल छतिग्रस्त, राशि आहरित
सीईओ के निरीक्षण में खुली पोल, मामला ग्राम पंचायत पोंडी एवं मझरेठी कोठार का
भ्रष्टाचार को लेकर समूचे प्रदेश में जिले की किरकिरी कराने वाले ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग सीधी की कहानी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पूर्व में इस विभाग के आला अधिकारियों पर हुई कार्यवाही अभी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। अभी यह मामला शांत नहीं हुआ और अब नए नए मामले खुलकर सामने आने लगें हैं।
गौरतलब हो कि 08 अक्टूबर को सीईओ जनपद पंचायत सिहावल द्वारा निरीक्षण में इस पूरे मामले का भंडाफोड़ किया गया है, सीईओ ने अपनी जांच रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासा किया है। रिपोर्ट अनुसार गौशाला भवन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के पूर्व ही समूची स्वीकृति राशि तत्कालीन एसडीओ सरिता सिंह, तत्कालीन उपयंत्री एस एस तिवारी एवं ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव की मिलीभगत से आहरित कर ली गई है। सीईओ की नोटिस के बाद आरईएस विभाग में फिर खलबली मच गई है। उन्होंने जारी पत्र में यह साफ उल्लेख किया है 08 अक्टूबर को क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत पोंडी में गौशाला का निरीक्षण किया गया है जिसमें गौशाला का निर्माण कार्य अपूर्ण है। जिसमें गौशाला (शेड) पशुओं के लिए पानी, भूसा, चारा, शेड, नाडेप, स्ट्रक्चर अपूर्ण पाए गए है। जिसका वर्क कोड क्रमांक 1715003079/AV/2212034512404 है. इस कार्य के लिए कुल स्वीकृत राशि 3784864 है। जिसमें से 3386320 व्यय के रूप में आहरित कर लिया गया है। फील्ड विजीट के दौरान यह पाया गया है कि गौशाला निर्माण कार्य अपूर्ण है।
मझरेठी कोठार का भी यहीं हाल
सीईओ जनपद पंचायत सिहावल के निरीक्षण में ग्राम पंचायत मझरेठी कोठार में भी लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। बताया गया है कि ग्राम पंचायत मझरेठी कोठार के मझरेठी खुर्द में समदैयन पहुंच मार्ग में एक नग पुलिया निर्माण कार्य कराया गया था जिसके निरीक्षण में यह पाया गया है कि पुलिया निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन होने के साथ क्षतिग्रस्त हो गई है। पुलिया का वर्क कोड क्रमांक 1715003090/WC/22012035072711 है, जिसकी स्वीकृत राति 2496000 है। जिसमें 748000 मजदूरी एवं 1596000 सामग्री व्यव एवं 15वां वित्त से 150000 शामिल किया गया है।
एवं प्रशासकीय स्वीकृति भी नियमानुसार नहीं कि गई है। उपरोक्त पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण कुल राशि 24 लाख 94 हजार रुपए अनुचित उपयोग प्रातीत होता है।
सात दिवस के भीतर मांगा गया जवाब
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहावल ने पोंडी में गौशाला एवं मझरेठी कोठार में पुल निर्माण कार्यों के नाम पर किए गए लाखों रुपए के गोलमाल का खुलासा करते हुए तत्कालीन एसडीओ सरिता सिंह, तत्कालीन उपयंत्री एस एस तिवारी तथा संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं सचिव को उक्त के संबंध में पत्र लिखकर सात दिवस के भीतर जवाब मांगा है। इनके खिलाफ वसूली की कार्यवाही भी प्रस्तावित हैं।
सीईओ की जांच के बाद अब आरईएस विभाग हड़कंप मच हुआ हैं।