एसएएफ कर्मियों ने विधायक एवं कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपा मांग पत्र
जिला पुलिस बल में प्रावधानों के साथ संविलियन की मांग
कई राज्यों में एसएफ कर्मियों का पुलिस बल में होता है स्थानांतरण
विराट वसुंधरा सीधी:-
मध्य प्रदेश सशस्त्र बल सीधी के कर्मचारियों द्वारा पुलिस जिला बल में संविलियन एवं ग्रेड-पे में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर अपना मांग पत्र सीधी विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ल एवं कांग्रेस जिला अध्यक्ष ज्ञान ङ्क्षसह चौहान को सौंपा है। 9 सूत्रीय सौंपे गए मांग पत्र में कहा गया है कि मध्य प्रदेश पुलिस विभाग के अंतर्गत आने वाले सशस्त्र पुलिस बल के कर्मचारियों को जिला बल में संविलियन करने के लिए कुछ प्रावधानों के साथ कार्रवाई का होना आवश्यक है।
इसके लिए पुलिस के ऐसे शासकीय सेवा जिन्होने 5 वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो उनको जिला बल में शामिल किया जावे। जिससे जिला बल और एसएएफ के बीच सामंजस्य हो सके तथा भेदभाव की भावना पूर्ण रूप से समाप्त की जा सके। इससे शासन पर किसी प्रकार का आर्थिक बोझ भी नहीं आएगा। मध्य प्रदेश में होने वाली समस्त पुलिस की भर्तियों में प्रारंभिक चरण में जवान को एसएफ में 5 वर्ष के लिए पदस्थापना की जावेगी। तत्पश्चात जिला बल, विशेष साखा, जीआरपी की पदस्थापना होनी चाहिए। जिससे बल की कमी को दूर किया जा सकता है
तथा कानून व्यवस्था की स्थिति को और अत्याधिक सुदृढ़ बनाया जा सकता है। मध्य प्रदेश में आरक्षक की भर्ती परीक्षा 2012 से व्यापम द्वारा ली जा रही है। जिससे जिला पुलिस अथवा सशस्त्र पुलिस में भर्ती करने की प्रक्रिया एवं मापदंड एक ही हैं। परंतु बाद में इन्हें दो भागों में बांटकर अलग-अलग कर दिया जाता है। एसएएफ का कर्मचारी जिस दिनांक से भर्ती होता है उस दिनांक से निरंतर अलग-अलग स्थानों पर ड्यूटी हेतु मूवमेंट करता रहता है। साथ ही ड्यूटी अधिक होने से एसएएफ के कर्मचारियों का मानसिक शक्ति का निरंतर हा्रस होता है। अन्य राज्य में एसएफ के कर्मचारियों का जिला बल व अन्य पुलिस विभागों में स्थानांतरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी है।
ऐसे राज्यों में दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब आदि शामिल हैं। मध्य प्रदेश में एसएएफ का कर्मचारी व्हीव्हीआईपी ड्यूटी/ व्हीव्हीआईपी सुरक्षा ड्यूटी, समस्त प्रकार के चुनाव ड्यूटी के साथ ही पुलिस लाईन से आवश्यकतानुसार थानों, चौकियों में ड्यूटीरत रहते हैं। मध्य प्रदेश के एसएएफ विभाग में कर्मचारी सीबीआई, एटीएस, एसटीएफ, सीआईडी, ईओडब्ल्यू, लोकायुक्त, राअअ व्यूरो, एनआईए, पुलिस मुख्यालय की समस्त साखाओं में संबद्ध होकर महत्वपूर्ण कार्यालयीन कार्य एवं अन्य मैदानी कार्य में अपना विशेष योगदान दे रहे हैं।
मांग पत्र में कहा गया है कि पूर्व में पुलिस मुख्यालय के पत्र क्रमांक/पुमु/1ब/3-अ/3108/82, दिनांक 13 सितंबर 1992 के द्वारा एसएफ से जिला पुलिस बल में स्थानांतरण हेतु विस्तार में निर्देश प्रसारण किए गए थे। बाद में इस आदेश को विलोपित कर दिया गया। वहीं अन्य राज्यों की तुलना में मप्र पुलस आरक्षक का ग्रेड पे बहुत कम है इसे 1900 से बढ़ाकर 2800 किया जाए।