सीधी :शहर में एक महिला फर्जी थानेदार के रूप में सामने आई जिसे कोतवाली पुलिस ने गिरफ्त में लिया था। यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया था। जांच के दौरान पुलिस ने नए खुलासे किए जिसके बाद सबको एक हैरानी सी हुई है। पुलिस की जांच में यह निकला कि महिला ने अपना जलवा बरकरार रखने के लिए वर्दी सिलवा कर रखी हुई थी। इसके बाद महिला ने हाल ही में एक महिला से सफाई कर्मी की नौकरी के बात को लेकर पैसे की मांग की और 70 हजार रुपए उसे ऐठ भी लिए थे। इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और उस आरोपी महिला फर्जी एसआई को गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी कोतवाली अभिषेक उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया है कि महिला ने कोरोना काल के दौरान अपनी वर्दी को सिलवाया था और तभी से वह इस वर्दी का उपयोग कभी-कभार किया करती थी। हालाकि महिला सार्वजनिक स्थानों पर बहुत ही कम निकली है जिसकी वजह से उसे कोई अभी तक पकड़ नहीं सका है। इसके अलावा अभी तक एक महिला के अलावा किसी ने आवेदन उसके खिलाफ नहीं दिया है। शिकायत के बाद पुलिस ने जब छापा मार कार्रवाई की तब उसके घर से वर्दी और पुलिस से जुड़ी हुई सामग्री को जप्त किया है।कोरोना काल में जब एक तरफ दुनिया थम गई थी तब दूसरी तरफ कुछ ऐसे शातिर लोग थे जिन्होंने बाहर निकलने के लिए कुछ नए तरह की जुगाड़ लगाए थे। जिसमें यह महिला शामिल है। महिला रेखा साकेत ने जानकारी देते हुए बताया है की कोरोना कल के दौरान एक स्थान से दूसरे स्थान तक भी बेरोक-टोक आने जाने और अपना काम निकलवाने के लिए इस वर्दी का प्रयोग करती थी। इसके अलावा मैंने कभी इस वर्दी का दूसरा उपयोग नहीं किया है।
सिर्फ 29 हजार रुपए ही लिए थे
महिला रेखा साकेत ने जानकारी देते हुए पुलिस को बताया है कि मैंने पैसे उस महिला से जरूर लिए हैं पर मैं 70 हजार नहीं सिर्फ 29 हजार ली हूं जो मैं लौटाने के लिए तैयार हूं। मुझसे गलती हो गई है इसके अलावा महिला ने और कुछ भी नहीं बताया है।पुलिस से पूंछताछ के दौरान महिला ने जानकारी देते हुए बताया है कि मेरा एक बच्चा है जो लगभग 5 साल का है। मेरी शादी 8 साल पहले हुई थी। मेरे पति का नाम लवकेश साकेत है जो मुंबई में रहकर मजदूरी का काम किया करते हैं। मैं 6 महीने पहले अपने ससुराल देवसर से यहां रहकर अपने बच्चों को पढ़ाने का काम करती थी। इसी दौरान मेरी मुलाकात शांति साकेत से हुई थी और फिर यह घटना हुई।
पुलिस का जलवा मोबाइल में देखा था
आरोपी महिला रेखा साकेत ने जानकारी देते हुए बताया है कि मैंने मोबाइल में यह देखा था कि पुलिस वालों का जलवा है और कोरोना काल में उन्हें कोई रोक-टोक नहीं रहती है। इसके बाद मैंने यह वर्दी सिलवाई और फिर इसका उपयोग किया।