MP NEWS : ग्वालियर: ये तकनीक का युग है। इसमें सूचना का सबसे बड़ा स्त्रोत मोबाइल है। पहले हम कहते थे कि ईश्वर सब देख रहा है लेकिन अब स्थिति यह है कि टेक्नालॉजी सब देख रही है। मोबाइल से लेकर सीसीटीवी कैमरे तक हमारी निगरानी कर रहे हैं ये बात सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जितेंद्र माहेश्वरी ने रीजनल ट्रेनिंग सेंटर मप्र हाई कोर्ट में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि की आसंदी से कही।
उन्होंने कहा- समय तेजी से बदल रहा है। सायबर अपराध चुनौती बनकर सामने खड़ा है। मप्र में सायबर ठगी के सबसे ज्यादा शिकार वे हुए, जो पहली बार ट्रांजेक्शन कर रहे थे। कार्यक्रम को मप्र के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत, एडमिनिस्ट्रेटिव जज संजीव सचदेवा, जस्टिस एसए धर्माधिकारी, जस्टिस आनंद पाठक ने भी संबोधित किया।
सीसीटीवी फुटेज से सुलझी अपराध की गुत्थी
चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने बताया- एक व्यक्ति आगजनी का शिकार हुआ। उसने एक अन्य व्यक्ति को दोषी बताया। वह व्यक्ति सीसीटीवी फुटेज लेकर घूमता रहा, जिसमें ये साफ-साफ दिख रहा था कि पीड़ित ने खुद ही तेल छिड़ककर आग लगाई थी। लेकिन पुलिस ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। इसी फुटेज के आधार पर उसे जमानत का लाभ मिला