प्रदेश भर के आयुर्वेद महाविद्यालयों के विद्यार्थी अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर कर रहे धरना प्रदर्शन।
विराट वसुंधरा
रीवा। शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय निपानिया रीवा के स्नातक व स्नातकोत्तर अध्येताओं, प्रशिक्षुओं व गृह चिकित्सकों ने भी प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है। आयुष विद्यार्थियों की चार सूत्रीय मांगें हैं जिनको लेकर चिकित्सकों में आक्रोश है उनकी चार सूत्रीय मांगों में-
1. नियमित रूप से PSC निकलें व शासन के विभिन्न विभागों में नए पद सृजित किए जाएं।
2. Stipend को CPI से लिंक किया जाए और तदनुसार उसमें प्रतिवर्ष वृद्धि की जाए।
3. MPMSU द्वारा सत्र के प्रारंभ में एकेडमिक कैलेंडर जारी किया जाए और जिन बैच के सत्र देर से चल रहे हैं उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए।
4. PG scholars के लिए medical leave का प्रावधान किया जाए।
चार सूत्रीय मांगों में यहां विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि विगत वर्षों में भी आयुष विद्यार्थियों को अपनी समस्याओं व मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठना पड़ा था लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला है, वास्तविकता के धरातल पर उचित कार्यवाही नहीं हुई इस कारण से पुनः आयुष विद्यार्थी हड़ताल करने हेतु बाध्य हुए।
दिनांक 22 सितंबर 2023 से तीन दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन प्रारंभ किया गया जिसमें सभी आयुष विद्यार्थियों ने अपने हाथ में काली पट्टी बांधकर सांकेतिक प्रदर्शन किया। 22 सितंबर को महाविद्यालय व चिकित्सालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया, 23 सितंबर को पुष्प के साथ-साथ स्मृति वर्धक के रूप में संबंधित महत्वपूर्ण व्यक्तियों को ब्राह्मी वटी का वितरण किया गया, 24 सितंबर को प्रातः काल माननीय विधानसभा अध्यक्ष तथा स्थानीय विधायक व जनसंपर्क मंत्री मध्य प्रदेश शासन राजेंद्र शुक्ल के निवास में जाकर ज्ञापन सौंपा गया सायंकाल चिकित्सालय परिसर में भगवान धन्वंतरि के चित्र के समक्ष दीपमालिका द्वारा आयुर्वेद लिखकर प्रदर्शन किया गया। इस प्रकार तीन दिन तक सांकेतिक रूप से शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया और 25 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ हुई।
25 सितंबर को कलेक्टर रीवा से भेंट कर ज्ञापन सौंपा गया व उनके माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया, देश के प्रधानमंत्री, महामहिम राज्यपाल मध्यप्रदेश, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश तथा संबंधित मंत्रालयों को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया 25 सितंबर को धरना स्थल में विद्यार्थियों द्वारा पोस्टर निर्माण किया गया साथ ही हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया व काव्य पाठ का आयोजन भी किया गया। 26 सितंबर को सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें प्रतीकात्मक रूप से माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा यज्ञ करवाया गया व माननीय मुख्यमंत्री जी को सद्बुद्धि मिले ऐसी प्रार्थना की गई साथ ही छात्र संवाद का आयोजन किया गया।
27 सितंबर को स्नातकोत्तर अध्येताओं व गृह चिकित्सकों ने प्रतीकात्मक रूप से डिग्री दहन किया गया, इसके अतिरिक्त महाविद्यालय के खेल प्रांगण में मानव श्रृंखला द्वारा वृहद तुला (तराजू) का निर्माण कर सांकेतिक रूप से आयुर्वेद के साथ हो रहे पक्षपात को प्रदर्शित किया गया। 28 सितंबर को सामूहिक रूप से ट्विटर में ट्वीट के माध्यम से अपनी आवाज उठाई गई व सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई गई। 29 सितंबर को रैली निकाली गई तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आम जनमानस को अपनी समस्याओं व चार सूत्रीय मांगों से अवगत कराया गया। कमिश्नर कार्यालय व कलेक्ट्रेट के सामने नुक्कड़ नाटक किया गया व कमिश्नर रीवा संभाग व कलेक्टर रीवा को ज्ञापन सौंपा गया।