सीधी : विधायक केदारनाथ शुक्ला ने की बगावत, हजारों समर्थक के साथ महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने किया शक्ति प्रदर्शन,
सीधी जिले में गरमाई सियासत, हजारों की संख्या में जुटी भीड़ ने केदारनाथ शुक्ला के नेतृत्व में भाजपा को हराने का लिया संकल्प..
विराट वसुंधरा, ब्यूरो सीधी
सीधी : विधायक विधायक केदारनाथ शुक्ला का टिकट कटने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह भाजपा से बगावत करेंगे और ऐसा हुआ भी हालांकि उन्होंने 2 अक्टूबर तक का टाइम पार्टी हाईकमान को सोचने के लिए दिया था लेकिन भाजपा हाई कमान से किसी भी तरह से उनके पास संतोषजनक परिणाम नहीं आया लिहाजा अपने द्वारा घोषित किए गए 2 अक्टूबर महात्मा गांधी की जयंती अवसर पर जनता के बीच अपने निर्णय को सार्वजनिक करने का ऐलान किया था और ऐसा हुआ भी।
ज्ञात हो कि सीधी विधानसभा क्षेत्र से सीधी जिले की सांसद रीती पाठक को विधानसभा का टिकट भारतीय जनता पार्टी ने दे दिया है और रीति पाठक ने अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है भारतीय जनता पार्टी में वरिष्ठ नेता केदारनाथ शुक्ला और सांसद रीती पाठक की टशन पहले से ही थी और भाजपा ने केदार शुक्ला को किनारे कर रीति पाठक को टिकट सौंप दिया इसके बाद से वर्तमान भाजपा विधायक और उनके समर्थकों में नाराजगी देखने को मिल रही है टिकट कटने के बाद ही केदारनाथ शुक्ला ने अपने इरादे जाहिर कर दिए थे और पार्टी हाई कमान को अपने निर्णय से अवगत भी करा दिया था बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी ने केदारनाथ शुक्ला को तबज्जों नहीं दिया।
आज गांधी जयंती के अवसर पर गांधी जी की प्रतिमा के सामने हजारों की संख्या में सीधी जिले से आए उनके कार्यकर्ताओं समर्थकों ने केदारनाथ शुक्ला को अपना नेता बताते हुए उनके बगावती तेवर को और मजबूत कर दिया है तो वहीं सीधी विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ला ने अपने समर्थको से कहा कि असली भारतीय जनता पार्टी हम हैं और जो टिकट लेकर चुनाव लड़ने आए हैं वो नकली है हजारों की संख्या में आए केदारनाथ शुक्ला के समर्थकों ने संकल्प लेते हुए कहा कि हम नकली भाजपाइयों को वोट नहीं देंगे।
अब भाजपा की राह आसान नहीं।
केदारनाथ शुक्ला की बगावत के बाद यह तय हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में दो फाड़ हो गया है
लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में सक्रिय केदारनाथ शुक्ला कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया यहां तक की एक जमाने में जब छत्रप कांग्रेस नेताओं का युग चलता था तब भी केदारनाथ शुक्ला भारतीय जनता पार्टी का झंडा लेकर चट्टान की तरह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ खड़े रहते थे अब बदलते राजनीतिक दौर में भले ही केदारनाथ शुक्ला की भाजपा को जरूरत ना हो लेकिन सीधी जिले में ऐसे हजारों भाजपा के कार्यकर्ता हैं जो केदारनाथ शुक्ला के लिए भारतीय जनता पार्टी को मुसीबत खड़ा कर देंगे जिसका परिणाम सीधी विधानसभा ही नहीं बल्कि सभी विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल सकता है।
कांग्रेस को मिलेगा लाभ।
विंध्य क्षेत्र के दिग्गज नेता अजय सिंह राहुल सीधी जिले की चुरहट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे बीते चुनाव में उन्हें पराजय हाथ लगी थी इसके साथ ही दूसरे बड़े नेता सिहावल से कमलेश्वर पटेल है इन दोनों दिग्गज नेताओं को केदारनाथ शुक्ला की बगावत का लाभ जरूर मिलेगा केदारनाथ शुक्ला सिर्फ सीधी विधानसभा क्षेत्र के ही नेता नहीं रहे हैं उनके समर्थक पूरे सीधी जिले में भारी संख्या में है इसके अलावा ब्राह्मण वर्ग से एक बड़े चेहरे के रूप में केदारनाथ शुक्ला की पहचान है और अगर केदारनाथ शुक्ला के अपमान का बदला ब्राह्मणों ने ले लिया तो भाजपा को सीधी जिले में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है और इसका सीधा लाभ कांग्रेस पार्टी को मिलेगा।