भोपाल, . राजधानी में 72 साल की एक बुजुर्ग महिला को डिजिटल अरेस्ट (digital arrest) कर 44 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है. सायबर जालसाजों ने महिला को फोन कर मनी लॉडरिंग का केस दर्ज होने की जानकारी देते हुए जेल जाने का डर दिखाया और 4 बैंक एकाउंट के माध्यम से 5 बार में कुल 44 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए. ठगी का एहसास होने पर पीडि़ता ने सायबर क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी. पुलिस ने अज्ञात जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार निरन खट्टर (72) श्यामला हिल्स रोड, भारत भवन के पास भोपाल में रहती हैं और गृहणी हैं.
करीब साढ़े तीन महीने पहले उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबरों से काल आए. फोन करने वालों ने बताया कि आपके मोबाइल से गलत काल किए जा रहे हैं, इसलिए हम मोबाइल सर्विस बंद कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आपके केनरा बैंक स्थित एकाउंट से मनी लॉडरिंग की जा रही है, इसलिए केस दर्ज किया जाएगा. इसके बाद आपको जेल भेजा जाएगा. महिला जब काफी डर गई तो जालसाजों ने उन्हें बचने का उपाय बताते हुए बोला कि आप सायबर आफिस में बात करके इस संबंध में जानकारी ले लीजिए. सायबर अधिकारी बनकर की बात कुछ समय बाद महिला के मोबाइल पर दूसरे नंबर से काल आया और बताया कि वह सायबर आफिस के अधिकारी बात कर रहे हैं.
फोन करने वालों ने बताया कि आपके मुंबई वाले केनरा बैंक के एकाउंट में किसी दूसरे व्यक्ति के रुपये जमा हैं, जिसके चले मनी लॉडरिंग का केस दर्ज किया जाएगा. उन्होंने महिला को डराते हुए उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया और बोला कि आपको कल ऑनलाइन कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां न्यायाधीश सुनवाई करेंगे. उसके बाद आपको जेल भेज दिया जाएगा. खातों की जानकारी लेकर ट्रांसफर कराए रुपए अगले दिन जालसाजों ने महिला को दोबारा फोन किया और बैंक खातों की जानकारी ली. डर के कारण महिला ने एचडीएफसी, एक्सिस बैंक और एयू स्मॉल फायनेंस बैंक के चार बैंक खातों की जानकारी दे दी. उसके बाद जालसाजों ने जेल होने से बचाने के नाम पर महिला से पांच बार में कुल 44 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए.
जालसाजों ने बोला था कि अगर आप दोषी नहीं होंगी तो 15 सितंबर 2024 तक सारे रुपये वापस कर दिए जाएंगे. पंद्रह सिंतबर के बाद उनके पैसे नहीं लौटे और कोई मैसेज भी नहीं आया तो महिला को ठगी का एहसास हुआ. उसके बाद उन्होंने सायबर क्राइम ब्रांच पहुंचकर शिकायत की. पुलिस ने शिकायत जांच के बाद अज्ञात जालसाजों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है.