MP News, संकट में सीधी के केदारनाथ, तफरी कर रहे संकटमोचन,सीधी विधायक और जनपद अध्यक्ष के बीच बढ़ रही दूरी।
विराट वसुंधरा, ब्यूरो
सीधी की सियासत इन दिनो सातवें आसमान पर हैं, टिकट कटने के बाद सीधी विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ल सोमवार को शक्ति प्रदर्शन कर पार्टी आलाकमान को चेतावनी दे दी है। मीडिया से चर्चा में उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि अभी मुझे केंद्र व राज्य से आश्वासन मिला है लेकिन समय पर संतोषजनक रिजल्ट नहीं आया तो वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान पर उतरेंगे, उनके इस बयान ने सीधी की राजनीति में भूचाल आ गया है।
जनपद अध्यक्ष से बढ़ी दूरी।
उधर उनके सबसे करीबी कहें जाने वाले जनपद अध्यक्ष सीधी की दूरी और भी हलचल पैदा कर दी है। सीधी विधानसभा के गली मोहल्लों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है, हर किसी के जुबान से यह बात सुनने को मिल रही हैं कि आखिर ऐसी कौन सी वजह है जिसके चलते सीधी जनपद अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह परिहार लगातार उनसे दूरी बनाए हुए हैं। विधायक के करीबी जहां यह आरोप लगा रहे हैं कि धर्मेन्द्र सिंह ने हाल ही में पेशाब कांड में घिरे विधायक को छोड़कर महाकाल की नगरी पहुंच गए और अब जब विधायक टिकट कटने के बाद शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं तो उनके कार्यक्रम के पहले ही वह एक बार फिर धार्मिक यात्रा में निकल लिए। यह कहा जा रहा है कि आखिर ऐसा जनपद अध्यक्ष द्वारा बार-बार क्यों किया जा रहा है।
केदारनाथ छोटे भाई की तरह करते हैं धर्मेंद्र से प्रेम।
सीधी जनपद अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह परिहार को सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल अपने सगे भाई से भी ज्यादा प्रेम करते हैं वाबजूद इसके उनके संकट के दिनों में वह उनसे लगातार दूरी बना रहे हैं,इसकी असल वजह क्या है यह तो विधायक केदारनाथ शुक्ल या जनपद अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह परिहार ही बया कर सकते हैं लेकिन इन दिनों जो देखने को मिल रहा है उससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि इनके बीच कुछ अनबन हैं जो सीधी विधानसभा ही नहीं समूचे जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मालिक मानते हैं धर्मेंद्र को अपना आदर्श।
सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल के इकलौते बेटे गुरुदत्त शरण शुक्ल सीधी जनपद अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह परिहार को अपना आदर्श मानते हैं, यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि मालिक स्वयं हर मंच पर उन्हें अपना चाचा बताते हुए उनसे राजनीति सीखने की बात किया करते हैं लेकिन इन सब के बाद भी संकट के दिनों में धर्मेन्द्र सिंह परिहार उनसे लगातार दूरी बनाए हुए हैं। लोग इस पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल के संकट वाले दिनों में हनुमान साथ छोड़कर भाग रहे हैं।